ऑगर से नहीं बना काम, अब वर्टिकल ड्रिलिंग की तैयारियां तेज
कल से शुरू हो सकता है वर्टिकल ड्रिलिंग का काम
सरियों में फंसे ऑगर मशीन के ब्लेड को काटने का काम लगातार जारी है। इस काम में हैदराबाद से प्लाज्मा कटर पहुंचने के बाद तेजी आने की उम्मीद है। वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब कल से वर्टिकल ड्रिलिंग का काम शुरू किया जा सकता है। सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग की तैयारियां तेज हो गई हैं। आज शाम तक सुरंग के ऊपर मशीन को पहाड़ पर पहुंचाए जाने का काम शुरू किया गया। मशीन का एक पार्ट पहुंचा दिया गया है। जबकि मशीन का एक अन्य महत्वपूर्ण पार्ट जिससे ड्रिलिंग होती है, वह पहुंचाया जाना बाकी है। टीम का कहना है कि काम जारी है जल्द ही दूसरा पार्ट भी पहुंचा दिया जाएगा।
वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए सुरंग के ऊपर पहुंचाईं मशीनें
सुरंग में ऑगर ड्रिलिंग बंद हो गई है। इसके बाद अब सुरंग के ऊपर वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए मशीनें चढ़ना शुरू हो गई हैं। ऑगर मशीन में बरमे के ब्लेडों को काटकर निकालने के लिए हैदराबाद से प्लाज्मा कटर मंगाया गया है। जिसके पहुंचने का इंतजार है।
हैदराबाद से मशीन मंगाई
बचाव अभियान को और मजबूत बनाने के लिए मशीन मंगाने का सिलसिला जारी है। इस कड़ी में हैदराबाद से एक और ड्रिल मशीन मंगाई जा रही है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अभियान को परवान चढ़ाने के लिए ये मशीन मंगाई गई है।
सुरंग में दी जाएगी लैंडलाइन सेवा
बीएसएनएल के कर्मचारी कुंदन ने बताया कि सरकार के निर्देश पर सुरंग के पास एक लैंडलाइन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिससे श्रमिकों के परिजन उनसे बात कर सकें। इसके लिए तार बिछाने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही लैंडलाइन फोन भेज दिया जाएगा।
बीएसएनएल के कर्मचारी कुंदन ने बताया कि सरकार के निर्देश पर सुरंग के पास एक लैंडलाइन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिससे श्रमिकों के परिजन उनसे बात कर सकें। इसके लिए तार बिछाने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही लैंडलाइन फोन भेज दिया जाएगा।