रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने ऐसा क्यों कहा- ऐसे में ईमानदारी का वातावरण बना पाना मुश्किल है

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने ऐसा क्यों कहा- ऐसे में ईमानदारी का वातावरण बना पाना मुश्किल है

बिलासपुर। रेलवे बोर्ड चेयरमैन के देशभर के जोन महाप्रबंधकों को लिखे पत्र के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही ऐसे अफसरों व कर्मचारियों पर तबादले की गाज गिरेगी जो अपनी ऊंची पहुंच के दम पर बोर्ड और रेल मंत्रालय के दिशा निर्देशों व गाइड लाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं। बोर्ड चेयरमैन ने साफ कहा कि दिशा निर्देशों और गाइड लाइन का पालन करना सबकी जिम्मेदारी बनती है। दिशा निर्देशों का परिपालन कराना जिम्मेदार अफसरों का है जिनसे अपेक्षा की जाती है।

चेयरमैन का यह पत्र देशभर के जोन महाप्रबंधकों के साथ ही बिलासपुर रेलवे जोन महाप्रबंधक कार्यालय भी पहुंचा है। चर्चा इस बात की हो रही है कि इस कड़े पत्र के बाद दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत विभिन्न विभागों में लंबे समय से जमे अफसरों व कर्मचारियो की जल्द सूची बनाई जाएगी। सूची बनाने के साथ ही इन अफसरों व मातहतों के स्थानांतरण को लेकर आदेश जारी किए जाएंगे। एसईसीआर मुख्यालय में रेलवे बोर्ड चेयरमैन के पत्र आने और जानकारी लिक होने के बाद आला अफसरों में हड़कंप मच गया है। अफसरों के साथ ही कर्मचारियों और संगठनों के बीच भी कानाफूसी चल रही है।

रेलवे बाेर्ड चेयरमैन ने देशभर के रेलवे जोन महाप्रबंधकों को लिखे पत्र में रेलवे के ऐसे विभाग जिसे संवेदनशील माना जाता है,रोटेशनल तबादले की बात कही है। इस बात लेकर चिंता के साथ ही नाराजगी भी जताई है कि नियमों व निर्देशों का पालन नहीं करना या इसके क्रियान्वयन में लापरवाही बरतना चिंता की बात है। संवेदनशील विभागों में कार्यरत अफसरों व मातहतों के रोटेशनल तबादले होते रहना चाहिए, चेयरमैन ने अपने पत्र में इन बातों को विशेष रूप से जिक्र किया है।

0 देशभर में 5800 ऐसे अफसर व कर्मचारी, पांच साल से एक ही जगह पर

देशभर में विभिन्न रेलवे में 5800 से ज्यादा ऐसे अफसर व कर्मचारी हैं, जिनका बीते पांच साल से तबादला ही नहीं हुआ है। या यूं कहें कि अपने रसूख और पहचान के दम पर मनचाहे जगह पर नौकरी कर रहे हैं। इनकी सूची जब बोर्ड चेयरमैन के पास पहुंची तब इस तरह का पत्र देशभर में सरकुलेट करने की बात कही जा रही है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने 11 दिसंबर को सभी जोन के महाप्रबंधकों को निर्देश जारी किए हैं। इसमें सालों से एक ही जगह पर कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों के रोटेशन के आधार पर तबादले कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। बता दें कि बोर्ड ने इस संबंध में 18 फरवरी 2009 को सर्कुलर जारी किया था।

0 ऐसे हुआ खुलासा

रेलवे बोर्ड चेयरमैन द्वारा कामकाज के साथ ही अफसरों के पदस्थापना को लेकर समय-समय पर मीटिंग के साथ ही रिपोर्ट मांगी जाती है। इसी रिपोर्ट में इस बात की जानकारी समाने आई कि रेलवे द्वारा जारी सरकुलर का देशभर के विभिन्न रेलवे में छह हजार से ज्यादा ऐसे अफसर व कर्मचारी हैं जिन पर प्रभाव नहीं पड़ रहा है। दिशा निर्देशों के बाद ये अपने मनमुताबिक नौकरी कर रहे हैं।

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