नगरीय निकाय चुनाव: एक और मंतूराम की वापसी… कांग्रेस में हो गया खेला, पार्टी ने दिखाया छह साल के लिए बाहर का रास्ता

नगरीय निकाय चुनाव: एक और मंतूराम की वापसी… कांग्रेस में हो गया खेला, पार्टी ने दिखाया छह साल के लिए बाहर का रास्ता

बिलासपुर। बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच के दौरान जो तस्वीर उभरकर सामने आई उससे जिले में कांग्रेस की जो फजीहत हुई उसकी चर्चा आज भी हो रही है। वार्ड क्रमांक 13 के पार्षद पद के उम्मीदवारों के नामांकन की जांच का काम प्रारंभ हुआ। एक-एक दो उम्मीदवारों के पर्चे रद्द हो गए।

पर्चा रद्द होने का कारण एक ही था। एक ने जानबुझकर जाति प्रमाण पत्र जमा नहीं किया और दूसरे का पर्चा तय मापदंडों के अनुरुप ना होने के कारण पर्चा रद्द हो गया। इन दोनों के अलावा भाजपा के उम्मीदवार ने पर्चा भरा था। जैसे ही कांग्रेस के केंडिडेट और एक अन्य कांग्रेसी का पर्चा रद्द हुआ। इस वार्ड की तस्वीर साफ हो गई। भाजपाई उम्मीदवार बगैर मतदान के पार्षद बन गए। रमेश पटेल निर्विरोध चुनाव जीतने की स्थिति में आ गए हैं। हालांकि अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हो पाई है।

वार्ड 13 के नर्मदा पटेल का नामांकन चुनाव आयोग द्वारा जारी अपात्रों की सूची में पहले से ही शामिल था। लिहाजा उसके नामांकन पर विचार ही नहीं किया गया। सीधेतौर पर नामांकन को रद्द कर दिया गया है। आयोग ने पहले ही उसे चुनाव लड़ने के अयोग्य ठहरा दिया है। कांग्रेस उम्मीदवार के नामांकन और जाति प्रमाण पत्र को लेकर जरुर सियासत गमराई रही। कांग्रेस प्रत्याशी श्याम पटेल का नामांकन आरक्षित वर्ग की सीट पर जाति संबंधी व कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं करने के कारण निरस्त किया गया है।

0 शाम को होगा चुनाव चिन्ह का आवंटन

नाम वापसी और चुनाव चिन्ह आवंटन का काम आज शाम पांच बजे के बाद किया जाएगा। लिहाजा आज सुबह से ही भाजपा व कांग्रेस के रणनीतिकार निर्दलीयों से संपर्क साध रहे हैं और अपने पक्ष में चुनाव मैदान से हटने लाबिंग भी कर रहे हैं।

Related articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share