दुकान व भवन खाली कराएंगे मकान मालिक : दूसरे समुदाय के युवक के नाबालिक को भगाने का मामला

दुकान व भवन खाली कराएंगे मकान मालिक : दूसरे समुदाय के युवक के नाबालिक को भगाने का मामला

पुरोला में बाहरी युवकों की ओर से क्षेत्र की एक नाबालिग को भगा ले जाने के मामले के विरोध में यहां अभी तक तनाव बना हुआ है। पांचवें दिन नगर पंचायत में विशेष समुदाय के लोगों की करीब 16 दुकानें बंद रहीं। हालांकि स्थानीय लोगों के प्रतिष्ठान खुले रहे। वहीं प्रशासन और पुलिस ने समुदाय विशेष के लोगों के नगर छोड़ने की खबर को गलत ठहराया है। एसडीएम पुरोला ने नगर में शांति व्यवस्था बनाने के लिए व्यापारियों के साथ तहसील परिसर में बैठक की। इस दौरान व्यापारियों ने कहा कि सभी बाहरी व्यापारियों को दुकानें (16) खाली करने के लिए नोटिस दिया जाएगा।

मंगलवार को एसडीएम पुरोला देवानंद शर्मा ने नगर में तनाव की स्थिति को देखते हुए स्थानीय लोगों और व्यापारियों के साथ तहसील परिसर में बैठक की। व्यापार मंडल अध्यक्ष पुरोला नगर क्षेत्र बृजमोहन चौहान ने कहा कि नगर में विशेष समुदाय सहित बाहरी राज्यों के जो भी व्यापारी हैं।
वह नोटरी के शपथपत्र पर अपने मकान मालिक को अपनी हर गतिविधि की जानकारी लिख कर देंगे। इसके साथ ही सभी भवन और दुकान स्वामी इन प्रतिष्ठानों को खाली करने के लिए बाहरी व्यापारियों को नोटिस देंगे। इस नोटिस के 15 दिन में यह सभी नगर क्षेत्र में अपनी दुकानें छोड़ देंगे। इस पर सभी व्यापारियों ने अपनी हामी भरी है। वहीं एसडीएम पुरोला देवानंद शर्मा ने कहा कि सामाजिक सद्भाव बहुत आवश्यक है जो भी कार्य किया जाएगा उसे कानून की सीमा में किया जाएगा। एसडीएम ने सोशल मीडिया पर चल रही भ्रामक खबरों को न छापने की अपील की। उन्होंने कहा कि पहले सभी तथ्यों को लेकर अधिकारिक बयान अवश्य ले लें। वहीं पुरोला थाना प्रभारी खजान सिंह चौहान ने कहा कि पुरोला से 42 व्यापारियों के रातों रात शहर छोड़ने की खबर बेबुनियाद है। शहर से किसी ने भी पलायन नहीं किया है।

यह है मामला
बता दें कि बीते 26 शुक्रवार को पुरोला नगर में रजाई गद्दे का काम करने वाले उत्तर प्रदेश निवासी एक समुदाय विशेष का लड़का और उसका दोस्त एक नाबालिग को बहला फुसलाकर टैंपों में देहरादून ले जाने की फिराक में था जिन्हें पुरोला पेट्रोल पंप पर स्थानीय युवाओं ने पकड़ लिया था। पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ पोक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था। इसके बाद से नगर में तनाव का माहौल है। स्थानीय व्यापारियों ने दो दिन दोपहर तक बाजार बंद रखा और बाहरी व्यापारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया था। साथ ही बाहरी व्यापारियों को व्यापार मंडल की सदस्यता से बाहर कर दिया। इसके बाद पुलिस की नींद टूटी और बाहरी लोगों का सत्यापन शुरू कर दिया। शनिवार से अब तक 55 लोगों के सत्यापन हो चुके हैं।

पुरोला में अब स्थिति नियंत्रण में है। किसी भी व्यक्ति ने शहर नहीं छोड़ा है। वहीं जो नाबालिग को भगाने वाले आरोपी थे। उनके खिलाफ मुकदमे की कार्यवाही की गई है। हमें अफवाहों से बचकर चलना होगा।
– अर्पण यदुवंशी, एसपी।

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