इस बार चारधाम यात्रा में लगाई जाएंगी रोडवेज बसें, पढ़िए

इस बार चारधाम यात्रा में लगाई जाएंगी रोडवेज बसें, पढ़िए

देहरादून। सुविधा व सुरक्षित परिवहन के लिए चारधाम यात्रा में इस बार रोडवेज बसो को भी उतारा जा रहा है। यात्रा मार्ग पर पहले चरण में राज्य परिवहन निगम की 50 बसें लगाई जाएंगी। जरूरत पड़ने पर संख्या बढ़ाई जाएगी। इस दौरान यदि और बसों की जरूरत पड़ती है तो कुमाऊं मोटर ऑपरेटर्स यूनियन से भी बसें मंगाई जाएंगी। केएमओयू रामनगर से भी बसों को रोटेशन में सम्मिलित किया जाएगा।

चारधाम यात्रा में परिवहन व्यवस्था की तैयारियों को लेकर परिवहन सचिव एवं आयुक्त शैलेश बगोली ने परिवहन मुख्यालय में पूरे प्रदेश के परिवहन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। परिवहन आयुक्त ने यह निर्देश दिए कि 50 बसें यात्रा में लगाने के अलावा रोडवेज प्रतिदिन हरिद्वार बस अड्डे से यात्रा मार्ग के प्रमुख स्टेशनों उत्तरकाशी, जोशीमठ, गंगोत्री, यमुनोत्री के लिए 25 से 30 बस सेवाएं भी संचालित करेगा।

इसके अलावा देहरादून से भी सिटी बसें यात्रा में लगाई जाएंगी, बशर्ते उनकी कंडीशन यात्रा के लिहाज से बेहतर हो। बैठक में अपर परिवहन आयुक्त सुनीता सिंह एवं सहायक परिवहन आयुक्त एसके सिंह समेत आरटीओ दून एवं यात्रा नोडल अधिकारी दिनेश चंद्र पठोई व एआरटीओ अरविंद कुमार पांडे समेत सभी एआरटीओ और बस यूनियनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

सुबह पांच से आठ बजे तक यात्रा 

परिवहन आयुक्त ने यात्रा मार्ग पर वाहनों के संचालन का वक्त निर्धारित कर दिया है। यात्रा मार्ग पर सुबह पांच बजे से रात आठ बजे तक ही वाहन संचालन होगा। दुर्घटना पर अंकुश लगाने के इरादे से किए गए इस फैसले में परिवहन व पुलिस की चेकपोस्ट के जरिए देर रात में चलने वाले वाहनों को रोका जाएगा।

रफ्तार रोकने को समय होगा दर्ज 

यात्रा मार्ग पर रफ्तार का खेल रोकने के लिए इस बार नया प्रयोग किया जा रहा है। व्यावसायिक वाहनों को चालकों को यात्रा शुरू में पड़ने वाली चेकपोस्ट और लौटते समय उसी चेकपोस्ट पर अपने ग्रीनकार्ड में तारीख और समय अंकित कराना होगा।

उदाहरण के लिए यदि यात्रा का समय दस दिन का है तो चालक को जाते हुए पहले दिन व लौटते हुए दसवें दिन एंट्री करानी होगी। यदि वह बिना कारण निर्धारित समय से पूर्व लौट आता है तो उसका ग्रीनकार्ड निरस्त कर दिया जाएगा। इसमें चारों धाम के लिए तय अवधि दस दिन, तीन धाम के लिए सात दिन, दो धाम के लिए पांच दिन और एक धाम के लिए तीन दिन तय की गई है।

बैठक में लिए गए फैसले 

-15 अप्रैल से पूरे प्रदेश में वाहनों के लिए बनने शुरू होंगे ग्रीन-कार्ड।

-यात्रा मार्ग पर परिवहन विभाग के चेकपोस्ट 24 अप्रैल से होंगे शुरू।

-यात्रा पर पहली बार जाने वाले चालकों का आइडीटीआर में होगा प्रशिक्षण। -यात्रियों को अनाधिकृत वाहनों से यात्रा करने से रोकने के लिए हरिद्वार से ही बैनर पोस्टर के जरिए किया जाएगा जागरूक।

-यात्रा में सिर्फ परिवहन विभाग से ही अधिकृत ट्रेवल एजेंट के जरिए होगी बुकिंग।

-हर वर्ष डामटा में लगने वाली परिवहन विभाग की चेकपोस्ट को भीड़ देखते हुए नैनबाग में किया गया शिफ्ट।

-अन्य राज्यों से आने वाले डग्गामार वाहनों को यात्रा में रोकने के लिए सीमा शुल्क पर्ची को बनाया जाएगा आधार -अनाधिकृत ट्रेवल एजेंटों की गिरफ्तारी कर उनके दफ्तर होंगे सील।

Related articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share