रोड नही तो वोट नही
बड़कोट उत्तरकाशी–रोड नही तो वोट नही आज नाकोड़ा कपोला कि मात्र शाक्ति ने एक मीटींग कर के पूरी तरह चुनाव का बहिस्कार करने का फैसला लिया।
साथ ही कहा अगर हमारी मांग जल्दी नही मानी गयी तों आगे भी चुनाव का बहिष्कार पंचायत और 2022 के विधान चुनाव में भी बहिस्कार किया जाएगा। ग्रमीण और बेरोजगार संग के प्रदेश प्रवक्ता गिरिश रावत ने कहा चुनाव बहिस्कार करना आत्महत्या करना जैसा है।
अतः ग्रामीण इतने मजबूर है की उनको लोकतंत्र के इस महान पर्व का बहिस्कार करना पड़ रहा है । चुनाव बहिस्कार करने का दुःख है पर क्या करे मज़बूरी भी पिछले लोक सभा चुनाव में इस उम्मीद से बीजेपी को एकतरफा मतदान किया था और 2017 के विधान सभा चुनाव में बीजेपी को इस उमीद से एकतरफा मतदान दिया।
सोचा डबल इन्जन की सरकार बनेगी ।तो विकास भी डबल होगा लेकिन दुर्बग्या है। अभी भी समस्य जस की तस है। ग्रमीणों की प्रमुख मागे नाकोड़ा कपोला को सडक मार्ग से जोड़ दिया जाये, पिने के पानी की समस्या , राजस्व गाव करने की मांग ,मनरेगा बुगतान, स्कूल में पानी की समस्या।
इस अवसर पर सामाजिक सरोकार से जुड़े व्यक्ति विक्रम सिंह राणा ने कहा मेरे द्वारा कई बार सड़क और अन्य समस्याओं के लिए प्रयास किया गया लेकिन अब तक भी कोई कार्यवाही नहीं हो पाई।
इस अवसर पर मीटिंग में उपस्थित पूर्व प्रधान आरती देवी, सरोज देवी, मीना देवी, रामचंद्र देवी, सुनीता देवी, सुमित्रा देवी ,पुष्पा देवी, प्रमिला देवी, दिल तथा गांव के कुछ अन्य पुरुष वर्ग जिसने जैनेद्र सिंह, दयाल सिंह ,राकेश सिंह, अतर सिंह, जोगिंदर सिंह, विजय पाल सिंह, विनोद सिंह ,प्रमोद सिंह ,अरविंद सिंह ,शैलेंद्र सिंह ,कुलदीप ,सचिन, निर्मल सिंह ,आदि लोग मौजूद थे