Raipur-Vishakhapatnam Expressway: पैसे के लिए पति, पत्नी, बेटे, बेटी के नाम जमीनों का बंटवारा, सरकारी जमीन को प्रायवेट बना 35 करोड़ को 326 करोड़ का मुआवजा बना दिया…

Raipur-Vishakhapatnam Expressway: रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे अभनपुर में भारतमाला रोड परियोजना में जमीनों के मुआवजे में एसडीएम और तहसीलदार ने मिलकर 35 करोड़ की बजाए 248 का मुआवजा बांट दिया। 78 करोड़ का क्लेम अभी बचा हुआ है।
रायपुर से विशाखापट्टनम तक समृद्धि मार्ग की तरह बनने वाले एक्सप्रेस वे के लिए जमीनों के अधिग्रहण में मुआवजे में हुए खेला को जानकर आप हतप्रभ रह जाएंगे। पैसे के लिए लोगों ने अधिग्रहण की जाने वाली जमीनों को पत्नी, बेटे-बेटी, नौकर-चाकर के नाम बंटवारा कर दिया ताकि आठ गुना मुआवजा हासिल की जा सकें।
खेल यहां तक हुआ कि किसानों से एग्रीमेंट कर जमीनों को पैसा दे दिया और अलग से खाता खुलवाकर उसमें पैसा ट्रांसफर कराया और बाद में अपने खाते में पैसे आहरण करा लिया।
जमीन और किसान अभनपुर के, खाता महासमुंद में
भारतमाला परियोजना में जिनकी जमीनें अधिग्रहित हुई, उसके किसानों की जमीनें लेकर उसका खाता महासमुंद के आईसीआईसी बैंक में खुलावाया गया। ताकि, किसानों से आसानी से पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कराया जा सकें।
देखिए सूची पारिवारों में किस तरह जमीनों के हुए बंटवारे
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने जिस लिस्ट को कलेक्टर को भेजकर जांच करने कहा था, नियम विरूद्ध बंटवारे की कलेक्टर की जांच में पुष्टि हो गई है। लिस्ट में एक ही परिवार के नाम पर कई टुकड़े कर दिए गए। लिस्ट में कई जगह भारतमाला परियोजना लिखा है, इसका मतलब है कि उक्त टुकड़ा नेशनल हाईवे के नाम पर चढ़ गया है। कुछ नाम नौकर-चाकर और किसानों के हैं, जिनसे एग्रीमेंट कर जमीनें हथिया ली गई और उसे टुकड़ों में बांट मुआवजा ले लिया गया। 32 जमीनों को 247 टुकड़ों में विभक्त किए गए, उनकी कुछ सूची हम प्रकाशित कर रहे हैं, आप भी देखिए…
यहां देखिए सूची ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |