Pooja Chaurasia Death Case: जिम ट्रेनर ने महिला डॉक्टर से किया दुष्कर्म, फिर कर दी हत्या, CID जांच में हुआ खुलासा

Pooja Chaurasia Death Case: जिम ट्रेनर ने महिला डॉक्टर से किया दुष्कर्म, फिर कर दी हत्या, CID जांच में हुआ खुलासा

Pooja Chaurasia Death Caseबिलासपुर। बिलासपुर के हाई प्रोफाइल डॉक्टर पूजा चौरसिया मौत के मामले में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। मामले में पुलिस ने जिसे आत्महत्या का केस माना था उसे हाईकोर्ट के निर्देश पर हुई सीआईडी जांच में हत्या का मामला बताया गया है। इससे समझा जा सकता है कि पुलिस ने जांच में किस कदर लापरवाही की। यह लापरवाही अब सीआईडी की जांच रिपोर्ट के बाद सामने आ गई है।

मार्च 2024 में सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के तिफरा बाबजी पार्क में स्थित मकान में जिला अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर पूजा चौरसिया की फांसी के फंदे पर लाश मिली थी। डॉ पूजा चौरसिया के पति अनिकेत कौशिक ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। पूजा चौरसिया की मां रीता चौरसिया और भाई अविनाश चौरसिया विदेश में थे। उन्होंने अपने आने के बाद पोस्टमार्टम की बात पुलिस को कही थी। पूजा के भाई और मां के विदेश से आने के बाद उनकी मौजूदगी में पीएम हुआ था।

सिरगिट्टी पुलिस ने मर्ग कायम कर जब जांच की तब सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन से जानकारी मिली कि दस मार्च को डॉक्टर पूजा चौरसिया शाम चार बजकर पांच मिनट में घर पहुंची जिसके 15 मिनट बाद सूरज पांडे वहां आया था। शाम को 6:00 बजे सूरज वहां से निकल कर चला गया। 9 बजकर 6 मिनट को सूरज वहां फिर आया। पूजा के पति डॉक्टर अनिकेत 9:26 में अपनी कार से वापस आए। दोनों फिर पूजा को लेकर निकले और महादेव हॉस्पिटल में ले जाकर एडमिट करवाया।

पुलिस की जांच यह सामने आया कि डॉक्टर पूजा चौरसिया ने डॉक्टर अनिकेत कौशिक से वर्ष 2018 में लव मैरिज की थी। इसके बाद उनका एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर सरकंडा के अशोकनगर के रघुविहार कॉलोनी निवासी जिम ट्रेनर सूरज पांडे से हो गया था। डॉ पूजा चौरसिया की मौत के ही दिन दोनों की फोन पर 17 बार बात हुई थी। आखरी बार डॉक्टर पूजा चौरसिया की मौत से पहले सूरज ही उनके साथ था तथा फांसी पर लटका सूरज ने ही उन्हें देखा था।

पुलिस के अनुसार प्रेमी ने आत्महत्या के लिए उकसाया

पुलिस ने इस मामले को आत्महत्या का मामला माना था। मर्ग कायम कर हुई जांच में पुलिस के अनुसार यह मामला सामने आया कि डॉक्टर पूजा चौरसिया का जिम ट्रेनर सूरज पांडे से एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर था। सूरज पांडे डॉक्टर पूजा चौरसिया से आगे रिश्ता नहीं रखना चाहता था और उनसे हमेशा मारपीट कर प्रताड़ित करता था। जिससे परेशान होकर डॉक्टर पूजा चौरसिया ने आत्महत्या कर ली थी। मामले में सिरगिट्टी पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306 कायम कर सूरज पांडे को न्यायिक रिमांड में भेजा था।

मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने का अपराध धारा 306 के अंतर्गत दर्ज किया गया था। जिसे पूजा चौरसिया की मां ने आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या का मामला बता एसपी,आईजी से शिकायत की थी। इस मामले में डॉक्टर पूजा चौरसिया की मां ने प्राइवेट फोरेंसिक एक्सपर्ट से भी मौके का मुआयना कर जांच रिपोर्ट दी थी। जिसमें प्राइवेट फोरेंसिक एक्सपर्ट ने ओपिनियन देते हुए इसे आत्महत्या की बजाय हत्या का मामला बताया था। पर पुलिस अफसरों ने इसे दरकिनार करते हुए प्राइवेट फोरेंसिक एक्सपर्ट से जांच करवाने पर उल्टा मृतिका की मां को ही नोटिस देने की बात उसे वक्त का दी थी। पुलिस ने जब पीड़िता की गुहार नहीं सुनी और धारा 306 के अंतर्गत ही चालान प्रस्तुत कर दिया तो पीड़िता की मां ने इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच करवाने की मांग की थी। हाई कोर्ट में इस मामले में सीआईडी को जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे।

क्या आया सीआईडी जांच में

सीआईडी के द्वारा मामले में घटनास्थल का दौरा कर और 50 से अधिक लोगों का बयान लिया। सीआईडी की एआईजी मेघा टेंभुनकर ने मामले में आरोपी सूरज पांडे से सेंट्रल जेल में भी जाकर पूछताछ की थी और आरोपी सूरज पांडे के ब्लड सैंपल और डीएनए की जांच करवाई थी। मामले में डॉक्टर पूजा के पति डॉक्टर अनिकेत केवी सैंपल की जांच करवाई। 580 पेज की जांच रिपोर्ट में 380 पेज की कॉल डिटेल और व्हाट्सएप चैट ही है।

सीआईडी की जांच में है कि जिस पंखे से डॉक्टर पूजा ने आत्महत्या की उस पंखे पर डॉक्टर पूजा के उंगलियों के निशान नहीं है। डॉ पूजा वज्रासन पर बैठी हुई फांसी के फंदे पर लटकते पाई गई थी। इस स्थिति में पंखे तक के वह नहीं पहुंच पाती। शरीर पर चोट के निशान थे और सर के बाल भी संघर्ष में उखड़े थे फिर भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने वाले डॉक्टर ने इन सबको दरकिनार किया। सूरज पांडे के खून और मृतिका के वेजाइनल स्लाइड में पाए गए मानव शुक्राणु के डीएनए समान थे। इससे सूरज पांडे के द्वारा जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने की पुष्टि हुई। सीआईडी जांच में यह पता चला की फांसी लगाने पर मृतक के गले की हड्डी टूटती है जबकि ऐसा नहीं था। जिस स्कार्फ से फांसी लगाई गई उसकी लंबाई भी वज्रासन में बैठने की स्थिति में पंखे तक नहीं पहुंच रही थी। आरोपी सूरज पांडे ने अपने बयान में बताया था कि उसने पंखे से फंदा निकाला था। अस्पताल लाने तक के मृतिका के गले में स्कार्फ बंधा था। मौके पर डॉक्टर पूजा ने बचने के लिए संघर्ष किया जिसकी निशान थे। कॉलोनी के सामने ही अस्पताल है उसे वहां ना ले जाकर दूर महादेव हॉस्पिटल में ले जाया गया था।

सीआईडी की जांच रिपोर्ट में आत्महत्या की तो पुष्टि हुई पर पति अनिकेत कौशिक के बारे में सीआईडी ने कोई रिपोर्ट नहीं दी। जबकि मृतका की मां ने पूजा के पति अनिकेत कौशिक और ससुर अशोक कौशिक पर भी आरोप लगाए थे। उन्होंने घटना के बाद आरोपी सूरज पांडे को बचाने के लिए दामाद और समधी पर साथ देने के आरोप लगाए थे। मां के मुताबिक उनका दामाद डॉक्टर अनिकेत कौशिक डॉ पूजा के फोन और एटीएम का इस्तेमाल करता था तथा पैसों के लिए उन पर दबाव डालता था।

सीआईडी की जांच रिपोर्ट में हत्या का उल्लेख तो हुआ है पर हत्या के मामले को आत्महत्या बात जांच करने और चालान पेश करने वाले जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए कोई अनुशंसा सीआईडी ने नहीं की है।

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