पीएम मोदी ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पश्चिम बंगाल में भाजपा का प्रचार अभियान किया शुरु
कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के प्रचार का बिगुल फूंक दिया है। इसकी शुरुआत नॉर्थ 24 परगना जिले के ठाकुरनगर से की गई। इसके बाद दुर्गापुर में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस स्थान के नाम में ही दुर्गा हो, उस जगह पर इतनी विशाल संख्या में आप लोगों का आशीर्वाद देने आना, मेरे लिए सबसे बड़ा सौभाग्य है। इसके बाद पीएम मोदी ने ममता सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘जिस सरकार को लोकतंत्र की मर्यादा की परवाह ना हो, जिस पार्टी के कार्यकर्ताओं को हर प्रकार की हिंसा करने की छूट मिली हुई हो और सरकार के मुलाजिम भी जिस प्रकार का व्यवहार करते हों उनका बंगाल से जाना तय है। उन्होंने कहा कि बंगाल की सरकार गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के सपनों को कुचलने में जुटी है, लेकिन केंद्र सरकार उन सपनों को नई उड़ान देने का प्रयास कर रही है। दुर्भाग्य की बात यह है कि बंगाल में जो सरकार है वो विकास की परियोजनाओं को लेकर गंभीर नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया इस सच्चाई को जानती है कि टीएमसी की सरकार उन परियोजनाओं को हाथ ही नहीं लगाती, जिनमें सिंडिकेट का शेयर ना हो और जहां मलाई ना मिलती हो। आजादी के बाद सांप्रदायिक दुर्भावना से अत्याचार किए गए और दूसरे देश के लोगों को भागकर भारत आना पड़ा। ऐसे लोगों को हिंदुस्तान में रहने का अधिकार मिलना चाहिए। मैं दिल्ली में बैठकर सोच रहा था कि दीदी खुद साम्यवादियों के शासन में परेशान रहीं, खुद परेशानियां झेली हैं तो वह उस रास्ते पर कभी नहीं जाएंगी। अब पता चला कि आपका प्यार है जिसने उनकी नींद हराम कर दी। बंगाल परिवर्तन करके रहेगा, साफ दिखाई पड़ रहा है। यहां की पवित्र धरती बहुत दिन तक बर्दाश्त नहीं करेगी। बीजेपी का हर कार्यकर्ता स्वामी विवेकानंद के हर एक वाक्य को जीवन का मंत्र बनाकर चलता है। केंद्र सरकार पूर्वी भारत को नए भारत के विचार का अगवा बनाने में जुटी है। पश्चिम बंगाल की इसमें बड़ी भूमिका है।
ठाकुरनगर की धरती से सभी महापुरुषों को किया नमन
पीएम मोदी ने ठाकुरनगर में रेली को संबोधित करते हुए सबसे पहले ठाकुरनगर की धरती से सभी महापुरुषों को नमन किया। इसके बाद उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये देश का दुर्भाग्य रहा कि आज़ादी के बाद भी अनेक दशकों तक गांव की स्थिति पर उतना ध्यान नहीं दिया गया, जितना देना चाहिए था। यहां पश्चिम बंगाल में तो स्थिति और भी खराब है।
किसानों की आंख में धूल झोंकने की कोशिश
पीएम मोदी ने कहा कि यह दृश्य देखने के बाद मुझे समझ में आ रहा है कि दीदी हिंसा पर क्यों उतर आई हैं। यह आपका प्यार है, जिसके डर के कारण लोग निर्दोषों की हत्या करने में लगे हैं। कर्जमाफी की राजनीति करके
यह बजट तो एक शुरुआत मात्र है अभी नई सरकार बनने के बाद जब पूर्ण बजट आएगो तो किसानों, युवाओं की तस्वीर साफ हो जाएगा। हमारे देश में कई बार किसानों के साथ कर्जमाफी की राजनीति करके किसानों की आंख में धूल झोंकने की कोशिश की गई है, सियासी दलों ने लाभ उठाया है। एक बार कर्जमाफी करके किसानों का कुछ भला नहीं कर रहे थे। जिन किसानों को कर्जमाफी का लाभ मिलता था वे कुछ वर्षों के बाद फिर से कर्जदार बन जाते थे। अभी राज्यों में कर्जमाफी के नाम पर वोट मांगे गए। जिन्होंने कर्ज लिया नहीं उनका कर्ज माफ नहीं हुआ और जिसने लिया उनका 13 रुपया माफ हुआ, कहानी मध्य प्रदेश की है। कर्नाटक में किसानों के पीछे पुलिस लगा दी गई है। पीएम किसान योजना में 75 हजार करोड़ के खर्च का अनुमान है।
नागरिकता कानून से मिलेगा जनता को उनका अधिकार
आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हिंदुस्तान आजाद होने के बाद देश के टुकड़े किए गए। सांप्रदायिक दुर्भावना से लोगों पर अत्याचार हुए। बांग्लादेश, पाकिस्तान से लोगों को भागकर आना पड़ा। हम नागरिकता का कानून लाए हैं। संसद में यह कानून पारित होने दीजिए, इससे जनता को उनका अधिकार मिलेगा।
भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीमावर्ती उत्तर 24 परगना जिला के बाद अब औद्योगिक नगर दुर्गापुर में भी एक रैली को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी पश्चिम बंगाल में जिन स्थानों से चुनाव प्रचार की शुरुआत करने जा रहे हैं, उनका राजनीतिक महत्व है। दरअसल, आयोजन स्थल ठाकुरनगर में मतुआ समुदाय की अच्छी खासी आबादी है। मूल रूप से यह समुदाय पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) से यहां आया था। मतुआ संप्रदाय की महारानी वीणापाणि देवी के घर के नजदीक रैली का आयोजन किया जा रहा है। सिलिगुड़ी में आठ फरवरी को मोदी की तीसरी रैली आयोजित होने वाली है।
प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने पहुंच रहे किसान
प्रधानमंत्री आज पश्चिम बंगाल की सरकार को घेरेंगे, वहीं उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले से सटे टप्पल क्षेत्र (अलीगढ़, यूपी) के किसान दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे हैं। इससे चलते दिल्ली में जगह-जगह जाम का नजारा देखने को मिल रहा है। किसान दिल्ली में प्रवेश को लेकर अड़े हैं। ऐसे में शनिवार को भी डीएनडी पर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। शनिवार को भी किसान पीएम आवास के घेराव की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे में दिल्ली के विभिन्न इलाकों में जाम लग सकता है।