Perfect Diet During Exams: चाय-काॅफी नहीं, नींबू या नारियल पानी, चिप्स नहीं, डार्क चाॅकलेट… जानिए और कौन सी चीज़ें हैं एक्ज़ाम टाइम में बच्चों के लिए बेहतर…

Perfect Diet During Exams: एक्ज़ाम टाइम यानी मेंटल प्रेशर, मेंटल प्रेशर यानी उड़ी हुई नींद, टेंशन दूर करने के लिए चाय-काॅफी की डिमांड, मीठे की क्रेविंग, चिप्स के क्रंच से राहत की उम्मीद…लेकिन ये सब वे चीज़ें हैं जो फौरी तौर पर भले मन बहलाएं लेकिन स्टुडेंट्स के लिए बिल्कुल सही नहीं हैं। एक्ज़ाम टाइम में चूंकि बच्चों को घंटों पढ़ना होता है तो उनकी डाइट का खास ख्याल रखना बेहद ज़रूरी है। स्टडीज़ में पता चला है कि वे लोग जिनके दिमाग खासतौर पर दूसरों के मुकाबले ज्यादा बेहतर तरीके से काम करते हैं, उनकी डाइट में मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में होता है। इसलिए आप भी अपने बच्चों को ऐसी डाइट दें जिसमें मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा हो। मैग्नीशियम रिच फूड आइटम्स के साथ और कौन सी चीज़ें बच्चों के लिए सही रहेंगी, उनके बारे में बच्चों के पेरेंट्स यहां जानें।
मूंगफली
बच्चों की क्रंच की चाहत पूरा करने के लिए उन्हें चिप्स देने के बजाय भुनी हुई मूंगफली दें। मूंगफली में भरपूर मैग्नीशियम होता है जो ब्रेन के लिए टॉनिक के समान है। साथ ही इनमें भरपूर प्रोटीन भी होता है जो बच्चों को एनर्जेटिक रखेगा।
केले
अपने बच्चों की मीठे की क्रेविंग को शांत करने के लिए उन्हें केले दें। केले काफी मीठे होते हैं जिससे उनका मन संतुष्ट होगा। साथ ही केले में मैग्नीशियम और पोटेशियम होता है। केले में विटामिन सी भी होता है जो उनकी इम्यूनिटी बूस्ट करेगा और एग्ज़ाम के दौरान उन्हें बीमार पड़ने से बचाएगा। सेलिब्रिटी न्युट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने परीक्षा में चर्चा के दौरान बच्चों के लिए केले खाने की समझाइश दी है। उन्होंने कहा कि बहुत से बच्चे एग्ज़ाम टाइम में कब्ज़ से परेशान होते हैं। केले उन्हें कब्ज से बचाएंगे।
नींबू पानी
बच्चों को सॉफ्ट ड्रिंक बिल्कुल न दें। चाय-कॉफी से भी दूर रखने की कोशिश करें। उसके बजाय उन्हें नींबू पानी दें। नींबू पानी में आप काला नमक घोलकर भी दे सकते हैं या शहद मिलाएं। फाइबर और विटामिन सी से भरपूर नींबू पानी उनके लिए बेहद फायदेमंद होगा। नींबू पानी दिमाग को एकदम सतर्क कर देता है।
नारियल पानी
नींबू पानी की तरह नारियल पानी भी बहुत ही अच्छा ड्रिंक है। यह पाचन को अच्छा रखता है। एनर्जी का लेवल बढ़ाता है और मैग्नीशियम भी इसमें होता है। नारियल पानी मेंटल हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होता है। कई बच्चे एग्ज़ाम के दौरान तनाव के चलते खुद को बीमार महसूस करने लगते हैं। उनकी बॉडी का टेंपरेचर बढ़ जाता है। नारियल का पानी उन्हें इन समस्याओं से बचाएगा।
शकरकंद और एवोकेडो
बच्चों को शकरकंद भून कर दें या घर में बनाकर उसके चिप्स दें। प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटैशियम और विटामिन सी से भरपूर शकरकंद बच्चों के लिए एक्ज़ाम टाइम में बेहद फायदेमंद हैं। इसी तरह एवोकेडो भी मैग्नीशियम से भरपूर बेहतरीन फल है। इसे भी आप बच्चों को दे सकते हैं।
पिस्ता
पिस्ता अपेक्षाकृत महंगा ड्राईफ्रूट है लेकिन बेहद फायदेमंद है। अगर आप इसे बच्चों की डाइट में शामिल कर सकते हैं तो जरूर करें। खासकर इसके गुलाबी हिस्से को जरूर खाएं। इसमें ल्यूटिन और ज़ियाजेन्थिन होते हैं जो आंखों के मस्तिष्क से कनेक्शन को बेहतर बनाते हैं।
डार्क चाॅकलेट
बच्चे मूड बदलने के लिए मीठा खाना चाहें तो उन्हें डार्क चाॅकलेट दें। इसका कंपाउंड बेहतरीन होता है। इनमें मैग्नीशियम और पाॅलीफैनाॅल्स होते हैं जो बच्चों के ब्रेन को एक्टिव रखते हैं और उन्हें तनाव से राहत देते हैं।
सनफ्लाॅवर सीड्स और पंपकिन सीड्स
बच्चों को सनफ्लाॅवर सीड्स और पंपकिन सीड्स भून कर दें। इनमें क्रंच भी मिलेगा और हेल्दी फैट्स के साथ मैग्नीशियम का डबल डोज़ भी। यह सीड्स बच्चों के लिए बेहद ही फायदेमंद हैं। आप इन्हें सलाद या स्मूदी में छिड़क कर भी दे सकते हैं।
अखरोट-बादाम
अखरोट और बादाम, ये दोनों ड्राई फ्रूट्स भी आप अपने बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करें। ये उन्हें दिमागी तौर पर मजबूत बनाएंगे और तनाव कम करेंगे।
ड्राइड ब्लूबेरीज़-मलबेरी
आपके बच्चों के लिए ड्राइड ब्लूबेरीज़ और मलबेरीज़ भी अच्छा ऑप्शन हैं। अगर यह आपके लिए अफॉर्डेबल है तो इन्हें अपने बच्चों को ज़रूर दें।
बच्चों को दें घर का खाना
एक्ज़ाम टाइम में बच्चों को बाहर का तला-भुना खाने से रोकें। घर का बना सादा खाना दें। जिसमें रोटी के साथ हरी पत्तेदार सब्जियां या भिंडी, ब्रोकली, छिलके समेत आलू, दालें, टोफू, सोया चंक्स, पनीर, दही, सलाद जैसी चीजें शामिल हों। बच्चों को चावल खाने दें। ये आसानी से पचेगा।
एक्टिव भी रहें बच्चे
बच्चे पढ़ाई के लिए घंटों बैठते हैं। इस बात का ध्यान रहे कि बच्चे एक्टिव भी रहें। कम से कम 20 मिनट वे टहलें, दौड़े या जंपिंग करें या ऐसी कोई भी एक्टिविटी करें। इससे एग्ज़ाम के दिन उनका दिमाग हल्का रहेगा और शरीर एक्टिव। बच्चे नोट्स के रिकाॅर्डेड ऑडियो सुनते हुए भी टहल सकते हैं।