छत्तीसगढ़ में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी का नया अध्याय, रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का शुभारंभ

रायपुर। रायपुर से अंबिकापुर के बीच का सफर हर किसी के लिए आसान नहीं था। बिलासपुर के रास्ते सड़क मार्ग से यहां पहुंचने में 8-10 घंटे लगते थे, जबकि ट्रेने से इस रूट का सफर एक रात का है। मरीजों या आपातकालीन परिस्थितयों में रायपुर-अंबिकापुर के बीच सफर करने वालों के लिए तो और मुसीबत थी। उन्हें कई बार सोचना पड़ता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। हवाई सेवा के तौर पर एक नया विकल्प अब लोगों की सुविधा में उपलब्ध है। डेढ़ से दो घंटे में अब रायपुर से सीधे अंबिकापुर की यात्रा की जा सकती है। किफायती होने के साथ-साथ हवाई सेवा की दर आम लोगों के दायरे में है।
इतना ही नहीं बस्तर से भी रायपुर होते हुए अंबिकापुर की हवाई यात्रा की जा सकेगी। 19 दिसंबर 2024 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल से रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का उद्घाटन किया। यह पहल राज्य के तीन प्रमुख शहरों को हवाई मार्ग से जोड़ते हुए क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरगुजा और बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों की एयर कनेक्टिविटी से न केवल नागरिकों को सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि इन क्षेत्रों में टूरिज्म और आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी।
राज्य सरकार ने 80 करोड़ की लागत से अंबिकापुर के एयरपोर्ट का विकास किया है l माँ महामाया एयरपोर्ट, अंबिकापुर को थ्री सी वीएफआर श्रेणी का लाइसेंस प्राप्त हुआ है । यह एयरपोर्ट 72-सीटर एटीआर-72 विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त है। उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आने वाले समय में अंबिकापुर को वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता से जोड़ने की योजना पर भी काम जारी है। छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरें और इको-टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व, रामगढ़ की पहाड़ियां, और एशिया का नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट जलप्रपात जैसे स्थलों तक अब देश-विदेश के पर्यटकों की पहुंच आसान होगी। इसके साथ ही एयर कनेक्टिविटी के विस्तार से निवेश का माहौल भी बेहतर होगा। हमारी सरकार ने नई उद्योग नीति में होम स्टे और रिसॉर्ट्स जैसे उद्यमों को विशेष प्रोत्साहन दिया है, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर पैदा हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री का वर्जन….
“आज छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर विमान सेवा हमारे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के विस्तार का प्रतीक है।” उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उस वादे का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज की सवारी करेगा, और आज वह सपना साकार हो रहा है।
– विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ शासन
हवाई सेवा के बारे में जानें
• किफायती किराया: इस सेवा का आरंभिक किराया मात्र ₹999 रखा गया है, जिससे आम जनता भी हवाई यात्रा का लाभ उठा सकेगी।
• सप्ताह में तीन दिन सेवा: यह फ्लाइट गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को संचालित होगी, जिससे यात्रियों को नियमित और सुविधाजनक विकल्प मिलेंगे।
• विमान का प्रकार: फ्लाई बिग चार्टर कंपनी 19-सीटर ट्विन ऑटर विमानों के माध्यम से इन शहरों के लिए सेवाएं प्रदान करेगी।
अंबिकापुर के दरिमा एयरपोर्ट का विकास
राज्य सरकार ने ₹80 करोड़ की लागत से अंबिकापुर के माँ महामाया एयरपोर्ट का विकास किया है, जिसे थ्री सी वीएफआर श्रेणी का लाइसेंस प्राप्त हुआ है। यह एयरपोर्ट 72-सीटर एटीआर-72 विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त है, जिससे भविष्य में बड़ी उड़ानों की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा
सरगुजा क्षेत्र से रायपुर-बिलासपुर के जरिए होने वाले व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी। रायपुर से अब अंबिकापुर की दूरी घंटों की नहीं कहलाएगी, जिससे आर्थिक दृष्टि से लाभ होगा। पर्यटन को बढ़ावा मिलने से सरगुजा और बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों की एयर कनेक्टिविटी फायदेमंद साबित होगी। न केवल नागरिकों को सुविधाएं मिलेंगी बल्कि इन क्षेत्रों में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व, रामगढ़ की पहाड़ियां, और चित्रकोट जलप्रपात जैसे स्थलों तक अब देश-विदेश के पर्यटकों की पहुंच आसान होगी।
निवेश और रोजगार के अवसर
राज्य सरकार ने नई उद्योग नीति में होम स्टे और रिसॉर्ट्स जैसे उद्यमों को विशेष प्रोत्साहन दिया है, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर पैदा हो रहे हैं। एयर कनेक्टिविटी के विस्तार से निवेश का माहौल भी बेहतर होगा, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
देश के कई शहरों से छत्तीसगढ़ को हवाई सेवा से जोड़ने की योजना
अंबिकापुर को वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता से जोड़ने की योजना पर भी काम जारी है, जिससे राज्य की कनेक्टिविटी और सुदृढ़ होगी। इसके साथ ही, एयर कनेक्टिविटी के विस्तार से निवेश का माहौल भी बेहतर होगा।
पहले यात्री का अनुभव
इस सेवा की पहली उड़ान के पहले यात्री के रूप में सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज सपत्नीक सवार हुए। मुख्यमंत्री साय ने उन्हें बोर्डिंग पास देकर कहा, “आज आपने इतिहास बना दिया। आप इस रूट के पहले यात्री हैं, आपको शुभकामनाएं।”सांसद महाराज ने इस अवसर पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह सेवा क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।
लोगों ने कहा- सहुलियत होगी
अंबिकापुर निवासी सुनीता वर्मा, जो अपने परिवार के साथ पहली बार हवाई यात्रा करने जा रही थीं, ने कहा, “हमें गर्व है कि अब हमारे शहर से भी हवाई सेवा शुरू हो गई है। इससे हमारे बच्चों को नई जगहों की सैर कराने में आसानी होगी।”
व्यवसायी राजेश गुप्ता ने कहा, “हवाई सेवा शुरू होने से हमारे व्यापारिक कार्यों में तेजी आएगी और समय की बचत होगी। यह हमारे लिए एक बड़ी सुविधा है।”