KIIT Student Suicide Case: KIIT में नेपाली छात्रा ने की आत्महत्या, कलिंगा इंस्टिट्यूट के 3 डायरेक्टर समेत 6 गिरफ्तार, वीसी ने मांगी माफ़ी, जानिए पूरा मामला..

KIIT Student Suicide Case: ओडिशा के प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में से एक कलिंगा विश्वविद्यालय इन दिनों नेपाल तक में चर्चा का विषय बना हुआ है. नेपाल से आकर यहां पढ़ने वाली छात्रा ने सुसाइड कर लिया है. मामले में इंस्टिट्यूट के 3 डायरेक्टर समेत 6 लोग गिरफ्तार हुए हैं. यह पूरा मामला अब तुल पकड़ता जा रहा है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी में बीटेक तृतीय वर्ष की छात्रा प्रकृति लमसल ने 16 फरवरी को उसके हॉस्टल के कमरे में सुसाइड कर लिया था. सुसाइड करने वाली छात्रा का नाम प्रकृति लमसल है. प्रकृति नेपाल की रहने वाली है और ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) में बीटेक कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रही थी. 16 फरवरी की शाम प्रकृति लामसाल का शव कॉलेज के हॉस्टल में मिला था. उसने कथित तौर पर अपने बैचमेट और एक्स बॉयफ्रेंड अद्विक श्रीवास्तव द्वारा परेशान किए जाने के बाद आत्महत्या कर ली थी. बता दें कि सोशल मीडिया पर दोनो के बीच की कॉल रिकॉर्डिंग भी जमकर वायरल हो रही है, जिसमें अद्विक ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया है.

नेपाली छात्रों ने किया प्रदर्शन
घटना की जानकारी लगते ही संस्थान में पढ़ने वाले अन्य नेपाली छात्रों के एक समूह ने प्रकृति लमसल के लिए न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय परिसर में तनाव की स्थिती काफी बढ़ गई. इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो जमकर वायरल हुआ. जिनमें KIIT के सुरक्षाकर्मियों और फैकल्टी मेम्बर्स को नेपाली छात्रों के साथ अभद्रता करते देखे गया. विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि गर्ल्स हॉस्टल के निदेशक और कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर को सेवा से हटा दिया गया है.

कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप
घटना के बाद यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले नेपाल के छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर मामले को दबाने का आरोप लगाया. स्टूडेंट्स ने कहा कि रविवार रात यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल ऑफिस गए और रात भर धरने पर बैठे रहे. इसके बाद सोमवार को हमें हॉस्टल से बाहर निकाल दिया गया. एक छात्र ने जानकारी देते हुए बताया कि लोग प्रदर्शन के दौरान यूनिवर्सिटी स्टाफ आए और हॉस्टल खाली करने को कहा, जो लोग जल्दी से सामान पैक नहीं कर रहे थे, उन्हें मारा गया. जबरन हॉस्टल खाली करने पर मजबूर कर दिया गया. दो बसों में भरकर हमें कटक रेलवे स्टेशन पर उतार दिया गया.
मामले में यूनिवर्सिटी ने सफाई देते हुए कहा, कि बढ़ते तनाव के चलते कैंपस खाली कराया गया, वहीं सोमवार शाम को एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि, अब प्रशासन ने छात्रों से कैंपस वापस लौटकर अपनी पढ़ाई फिर से शुरू करने की अपील की है. साथ ही छात्रों की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनाती की जानकारी भी दी है.
दो देशों के बीच का बना मामला
इस मामले में नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मामले में संज्ञान लिया. केपी शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “नई दिल्ली स्थित हमारे दूतावास ने ओडिशा में प्रभावित नेपाली छात्रों की काउंसलिंग के लिए दो अधिकारियों को भेजा है. इसके अलावा, यह सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था की गई है कि उनको छात्रावास में रहने या घर लौटने का विकल्प मिलेगा.”
नेपाल NOC जारी करना कर सकता है निलंबित
नेपाल के शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान में चेतावनी देते हुए कहा, कि वह भविष्य में ओडिशा के किसी भी विश्वविद्यालय, शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ने के इच्छुक अपने छात्रों को अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी करना निलंबित कर सकता है.
भारतीय दूतावास ने जताया दुख
नेपाल में स्थित भारतीय दूतावास ने छात्रा की मौत पर दुख जताया. आगे भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा, “दूतावास, केआईआईटी के अधिकारियों के साथ-साथ ओडिशा सरकार के संपर्क में है. दूतावास को सूचित किया गया है कि स्थानीय अधिकारियों ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है. केआईआईटी ने नेपाली छात्रों से कैंपस में लौटने, अपनी क्लासेस फिर से शुरू करने और छात्रावासों में रहने की अपील भी की है. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि छात्रों के शैक्षणिक नुकसान की भरपाई संस्थान द्वारा की जाएगी.
तीन डायरेक्टर समेत 6 गिरफ्तार
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के हस्तक्षेप के बाद नेपाली दूतावास, ओडिशा सरकार से लेकर पुलिस तक सक्रिय हो गई है. पुलिस ने छात्रों से बदसलूकी के आरोप में यूनिवर्सिटी के तीन डायरेक्टरों और दो सिक्योरिटी गार्ड्स और ओक अन्य के खिलाफ केस दर्ज करके गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए लोगों में केआईआईटी में मानव संसाधन महानिदेशक सिबानंद मिश्रा (59), निदेशक (प्रशासन) प्रताप कुमार चामुपति (51), छात्रावास निदेशक सुधीर कुमार रथ (59) और दो सुरक्षा गार्ड रमाकांत नायक (45) ,जोगेंद्र बेहरा (25) और एक अन्य शामिल हैं. हालांकि मामले में गिरफ्तार किए गए पांच लोगों को जमानत मिल गई है.
भुवनेश्वर डीसीपी पिनाक मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं. पहला मामला प्रकृति लमसाल के चचेरे भाई द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है, जिसमें आत्महत्या करने का आरोप लगाया गया है. दूसरा मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो को लेकर दर्ज किया गया है, जिसमें केआईआईटी के सुरक्षाकर्मी और कर्मचारी छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान उनके साथ दुर्व्यवहार और पिटाई करते दिख रहे हैं.
मृतका के पिता का बयान
मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक मृतका के पिता सुनील लाम्साल मंगलवार की सुबह भुवनेश्वर पहुंचे. उन्होंने कहा, “मैंने अपनी बेटी को खो दिया है. यहां कई अन्य बच्चे भी पढ़ रहे हैं. मीडिया से पता चला है कि कुछ छात्रों को छात्रावास से बाहर निकाल दिया गया, यह सही नहीं है. ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए. ये लोग नेपाल जाकर छात्रों को यहां पढ़ने के लिए बुलाते है, संस्थान उनके साथ दुर्व्यवहार करता है.