MLA Alok Mehta ED Raid: लालू यादव के करीबी राजद विधायक आलोक मेहता के घर पर ईडी का छापा, करोड़ों के बैंक घोटाले का आरोप
MLA Alok Mehta ED Raid: पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व रेल मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पार्टी के विधायक आलोक मेहता के 16 ठिकानों पर ED ने छापा मारा है. यह कार्रवाई बैंक लोन घोटाले से जुड़ी है. विधायक आलोक मेहता पर करीब 85 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है.
जानकारी के मुताबिक़, शुक्रवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राजद विधायक आलोक मेहता के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने विधायक के 16 ठिकानों पर एक साथ रेड मारी है. बिहार, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और कोलकाता सहित कई जगहों पर छापेमारी कर रही है. ईडी ने पटना में राजद विधायक के सरकारी और निजी आवास पर भी छापेमारी की है. वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है.
ईडी की टीम आलोक मेहता और उनके करीबियों से पूछताछ कर रही है. ईडी दस्तावेजों की जांच कर रही है. एजेंसी उनसे जुड़ी कंपनियों के ठिकानों की भी जाँच कर रही है. इस छापेमारी के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है.
क्या है मामला
मिली जानकारी के अनुसार, पूरा मामला वैशाली कोऑपरेटिव बैंक से जुड़ा है. इस कोऑपरेटिव बैंक की स्थापना 35 साल पहले आलोक मेहता के पिता तुलसीदास मेहता ने की थी. इसमें करोड़ों रुपए के हेरफेर को लेकर जांच चल रही है. 2023 साल जून में वैशाली शहरी विकास कोऑपरेटिव बैंक के खिलाफ पांच करोड़ के घोटाले की बात सामने आई थी. जब इसकी जांच की गयी तो 100 करोड़ के घोटाला का खुलासा हुआ. जांच में पता चला किसान लोन के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए फर्जी लोन जारी किये गए थे. घोटाले के आरोप के बाद RBI ने इस बैंक के वित्तीय कारोबार को बंद कराया था.
इस दौरान आलोक मेहता पहले को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन खुद बने थे. 1995 से 2012 तक आलोक मेहता बैंक के चेयरमैन रहे. इतना ही नहीं घोटाले का मामला सामने आने के बाद आलोक मेहता बैंक प्रबंधन से पीछे हट गए थे. मामले में वैशाली जिले के नगर थाना में दो अलग-अलग FIR दर्ज किया गया है. आरोप है बैंक के लोन वितरण में गड़बड़ी की गई है साथ ही और अवैध तरीके से लेन-देन किए गए है. जिसके तहत वित्तीय अनियमितताओं और धोखाधड़ी के आरोप में यह छापेमारी की गयी है.