LADLI BEHNA YOJANA: लाडली बहनों को मिला नए साल में बड़ा झटका, अब 1.63 लाख महिलाओं को नहीं मिलेगा योजना का लाभ, जानें वजह…
LADLI BEHNA YOJANA: मध्य प्रदेश के सबसे महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक लाडली बहना योजना है. प्रदेश में अब तक लगभग 2 करोड़ 47 लाख महिलाओं को योजना को इसका लाभ मिल रहा हैं. लेकिन अब इस योजना से जुड़े 1 लाख 63 हजार महिलाओं के लिए बुरी खबर हैं. इनको बाल विकास विभाग ने अपात्र घोषित कर दिया है.
प्रदेश में सरकार ने लाडली बहना योजना के जरियों महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने का एक अहम कदम उठाया हैं. इस योजना के जरिये 2 करोड़ 47 लाख महिलायों को हर महीने 1250 रुपए राशि दी जाती हैं. जिसमे अब 1 लाख 63 हजार महिलाओं के अपात्र होने से इन्हें ये राशि नही मिलेगी.
दरअसल, प्रदेश में 10 जनवरी को इस लाडली बहना योजना कि 20वीं क़िस्त जारी होगी. इससे पहले ही बाल विकास विभाग ने 1 लाख 63 हजार महिलाओं को अपात्र घोषित कर दिया है. जिसके चलते अब इन्हें 1250 रुपए की किस्त नहीं मिलेगी. इन महिलाओं को अपात्र घोषित करने के पीछे का कारण इनके उम्र का बंधन बताया जा रहा हैं. महिला एवं बाल विकास विभाग ने उन महिलाओं को अपात्र घोषित किया हैं जिनकी उम्र 60 साल से अधिक हैं.
लाड़ली बहना योजना योजना के लिए पात्र महिलाओं के खाते में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा योजना की 20वीं किस्त राशि 1250 रुपये ट्रांसफ़र किये जायेंगे. इस बार क़िस्त जारी करने से पहले मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के निर्देश पर सभी दस्तावेजी कार्रवाई पूरी कर ली गई है इसके साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से एक पत्र जारी किया गया है. जिसमे योजना में पात्र महिलाओं के खाते में इस योजना की 20 वीं क़िस्त राशि 1250 रुपये ट्रान्सफर करने की जानकारी दी गई हैं.
बता दें पिछले महीने दिसंबर 2024 को प्रदेश में लाडली बहना योजना के लिए करीब 1572 करोड़ रुपए 1.28 करोड़ महिलाओं के बैंक में ट्रांसफ़र किया गया. जिसके बाद इस महीने जनवरी में 1 लाख 63 हजार महिलाओं को अपात्र घोषित किया गया हैं. अब इन महिलाओं को छोड़ कर 1.26 करोड़ महिलाओं को ही 1250 रुपए की किस्त मिल पायेगी. शुरवात में ये राशि 1 हजार थी जिसके बाद इसे बढाकर 1250 कर दिया गया. वही चुनाव के दौरान बीजेपी ने वादा किया था कि इस राशि को और बढ़ा कर 3000 किया जायेगा लेकिन अब तक इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई हैं. ऊपर से अब महिलाओं को अपात्र घोषित कर उन्हें इस लाभ से हटाया जा रहा हैं.
वही, इस मामले को लेकर सियासी बवाल भी शुरू हो गया हैं. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्वीट किया हैं और मोहन यादव सरकार पर प्रदेश की महिलायों से धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया हैं. उनका कहना हैं कि भाजपा लाड़ली बहना योजना समाप्त करना चाहती है. पहले सरकार ने लाड़ली बहनों को 3 हज़ार रुपया प्रतिमाह देने का वादा किया और अब लगातार लाड़ली बहनों की संख्या घटाने में लगी है. उन्हें अपात्र बता रही हैं.
कमलनाथ ने पोस्ट के जरिये सरकार से सवाल भी पूछा हैं की जिन महिलाओं की उम्र 60 वर्ष से अधिक हो गई है, उन्हें योजना से बाहर किया जा रहा है। फिर जिन महिलाओं की उम्र योजना में शामिल होने के लिए पात्र बन गई है उनका नया पंजीकरण क्यों नहीं किया जा रहा है?