अखिल भारतीय किसान सभा के आहवाहन पर सचिवालय पर किसानों का जोरदार प्रदर्शन व मुख्यमंत्री को 15 सूत्रीय ज्ञापन दिया ।
देहरादून–आज अखिल भारतीय किसान सभा की राज्य कौंसिल के आहवाहन पर राज्यभर से आये सैकड़ों किसानों ने राज्य एवं केंद्र सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ राजधानी देहरादून में राज्य सचिवालय पर जोरदार प्रदर्शन कर राज्य के मुख्यमंत्री को 15 सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन ड्यूटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से प्रेषित किया।
अभिलम्ब किसानों के मुद्दे पर वार्ता की मांग की । आज राज्यभर से आये सैकड़ों किसानों ने परेड ग्राउंड में एकत्रित होकर सभा की जिसे अखिल भारतीय किसान सभा के महामंत्री व पूर्व सांसद कामरेड हनान मौल्ला ने सम्बोधित किया तथा राज्य कौंसिल को सफल रैली के लिए बधाई दी । कामरेड हनान ने मोदी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहाँ कि जिस किसान व नौजवान के नाम पर मोदी सरकार सत्तासिन हुई उसी के साथ मोदी ने धोखा किया तथा आमजनता की सेवा करने के बजाय देश के बड़े-बड़े घरानों की सेवा में जुट गए साथ ही इस सरकार के दौरान पहले के मुकाबले किसानों की गंभीर समस्या बढ़ी यही कारण है कि आज प्रतिदिन लगभग 54 किसान अपनी दयनीय हालत के कारण आत्महत्या कर रहे है ।
कामरेड हनान ने कहाँ कि मोदी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन के नाम पर देश के सैनिक परिवारों के साथ धोखा किया यही कारण है कि पिछले 1400 दिनों से देश की राजधानी में भूतपूर्व सैनिक धरने पर है । पुलवामा के सीआरपीएफ के जवानों एवं अन्य सैनिकों की शहादत को याद करते हुए उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार शहीदों की आड़ में राजनीति कर रही है तथा देश का अगला आमचुनाव जीतने के फिराक में है देश की जनता मोदी एवं उनकी पार्टी भाजपा के कारनामो से भलीभांति परिचित हो चुकी है उन्होंने किसानों का आहवाहन किया कि वे मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता से बाहर करे ।
किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री कामरेड गंगाधर नौटियाल ने राज्यभर से आये किसानों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहाँ है कि राज्य में कांग्रेस व बीजेपी की सरकारों ने किसानों की मांगों की अनदेखी की है तथा वर्तमान त्रिवेंद्र सरकार किसान विरोधी सरकार है । उन्होंने आहवाहन किया कि यदि किसानों की समस्याओं का निराकरण नही किया तो किसान सभा राज्यभर मे व्यापक आंदोलन करेगी । मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में मूल्यवृद्धि रोकने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करने, सस्ता राशन देने, किसान को ऊपज का ड्योढ़ा दाम देने, सब्जी एवं फलों का समर्थन मूल्य देने, किसान को कर्जमुक्त करने, 60 वर्ष बाद किसानों को 5 हज़ार रुपये पेंशन देने, जानवरों से फसल की रक्षा करने, गन्ने का समर्थन मूल्य 400 रुपये प्रति कुन्तल देने व समय पर भुगतान करने, वनभूमि, ग्रामसमाज, चायबगान, वर्गचार भूमि में बसे लोगों को मालिकाना हक देने, मनरेगा को खेती व पशुपालन से जोड़ने तथा प्रत्येक परिवार को 250 दिन का काम तथा 300 रुपये प्रतिदिन मजदूरी सुनिश्चित करना आदि मांगे प्रमुख थी ।
सभा का समापन करते हुए कौंसिल के राज्य अध्यक्ष कामरेड सुरेन्द्र सिंह सजवाण ने सभी किसानों का धन्यवाद देते हुए कहाँ है कि आगामी दिनों में किसान मुद्दों पर संघर्ष तेज़ किया जाएगा ।
इस अवसर पर राज्य उपाध्यक्ष कंमरुदीन, बच्चिराम कंसवाल, भगवान सिंह राणा, राजाराम सेमवाल, भोपाल सिंह रावत, राज्य कोषाध्यक्ष शिवप्रसाद देवली, अवतार सिंह, दलजीत सिंह, अवतार सिंह, लालदीन, आर.पी. जोशी, जगमोहन रांगड़, जोतसिंह सिंह नेगी, राजेन्द्र पुरोहित, सुन्दर थाप, जागीर सिंह, आदि ने सभा को सम्बोधित किया ।
इस अवसर पर शहीदों के सम्मान में 2 मिनट का मौन भी रखा गया