Kabirdham News: गौमाता को ग्राममाता बनाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित

Kabirdham News: गौमाता को ग्राममाता बनाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित

कबीरधाम. जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर लोहारा ब्लॉक के ग्राम पंचायत टाटीकसा में आज नवनिर्वाचित सरपंच, उपसरपंच और पंचगणों का पंचायत सचिव मेघराज सेन की उपस्थिति में प्रथम सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया, जिसमें गौ माता को ग्राम माता बनाए जाने का समर्थन किया गया।

गौ माता को ग्राम माता बनाने का प्रस्ताव 

सरपंच संगीता साहू ने सम्मेलन में प्रस्ताव रखा कि गौ माता को ग्राम माता का दर्जा दिया जाए, और यह प्रस्ताव सभी पंचायत सदस्यों द्वारा समर्थन के साथ पारित हुआ। इस अवसर पर सरपंच संगीता साहू ने बताया कि गौ माता को ग्राम माता बनाने का निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि हमारा अस्तित्व गाय से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, “गौ माता हमारे लिए सिर्फ एक पशु नहीं, बल्कि हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं। वे हमारे लिए माता समान हैं और उनकी रक्षा व सेवा के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।”

उन्होंने यह भी बताया कि गायों की सेवा और रक्षा के लिए वर्तमान में स्व सहायता समूह द्वारा गौशाला का संचालन किया जा रहा है, जिसे और बेहतर तरीके से विकसित किया जाएगा। साथ ही, गौवंश के लिए पर्याप्त चारा भंडारण और सुरक्षित निवास की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, पंचायत द्वारा गौरक्षक समिति का गठन किया जाएगा, ताकि गौ तस्करी पर प्रभावी रोक लगाई जा सके।

समारोह में उपस्थित प्रमुख लोग

इस मौके पर पंचायत सचिव मेघराज सेन, गुमान सिन्हा (रोजगार सहायक), पंच निरा साहू, पंच गोदावरी साहू, पंच रूपा, पंच सावित्री, पंच डेरहा धुर्वे, पंच मोहित रजक, पंच बंशी रजक, और ग्राम कोटवार दशरथ गंधर्व प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

गुरुजी का आशीर्वाद और समर्थन

इस अवसर पर सरपंच संगीता साहू ने ये भी उल्लेख किया कि जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन के तहत गौ माता को राष्ट्रमाता के रूप में समर्थित किया जा रहा है।

यह प्रस्ताव न केवल गौ माता की सेवा और संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह गांव के किसानों और समुदाय के लिए एक उज्जवल भविष्य की दिशा में एक ठोस पहल भी है। सरपंच संगीता साहू और पंचायत के सदस्यों के सामूहिक प्रयास से यह बदलाव संभव हुआ है, और उम्मीद की जा रही है कि इस पहल से टाटीकसा गांव में गौ माता की रक्षा और उनके प्रति सम्मान और बढ़ेगा।

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