Hindenburg Shuts Down: अडानी ग्रुप को झटका देने वाली Hindenburg होगी बंद, कंपनी के फाउंडर नेट एंडरसन ने किया एलान

Hindenburg Shuts Down: शॉर्ट सेलर नेट एंडरसन अपनी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) को बंद कर रहे हैं। यह वही शख्स हैं, जिन्होंने अरबपतियों गौतम अदाणी, जैक डोर्सी और कार्ल इकान को लेकर रिपोर्ट्स पब्लिश करके अपना नाम बनाया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एंडरसन ने बुधवार को फर्म की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक लेटर में लिखा कि हिंडनबर्ग रिसर्च बंद करने के पीछे कोई एक खास बात नहीं है। कोई खास खतरा नहीं है, स्वास्थ्य की कोई समस्या नहीं और न ही कोई बड़ी व्यक्तिगत समस्या है।
हिंडनबर्ग रिसर्च को लेकर जो इंटेंसिटी और फोकस चाहिए, उसकी वजह से बाकी दुनिया और वे लोग मिस हो रहे हैं, जिनकी उन्हें परवाह है। एंडरसन ने लिखा, ‘अब मैं हिंडनबर्ग को अपने जीवन का एक चैप्टर मानता हूं, न कि वह एक मुख्य चीज जो मुझे परिभाषित करती है।” एंडरसन ने कहा कि वह कुछ आखिरी आइडियाज पर काम करने और संदिग्ध पोंजी स्कीम्स के बारे में रेगुलेटर्स को सुझाव सौंपने के बाद हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद कर रहे हैं। अगले 6 महीनों में वह हिंडनबर्ग के मॉडल पर वीडियो और मैटेरियल्स की एक सीरीज पर काम करने की योजना बना रहे हैं, ताकि अन्य लोग जान सकें कि फर्म ने कैसे इनवेस्टिगेशन किए।
40 वर्षीय एंडरसन ने जनवरी 2023 में गौतम अदाणी के खिलाफ रिपोर्ट पब्लिश कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचाई थी। इस रिपोर्ट में अरबपति अदाणी पर कॉरपोरेट इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला करने का आरोप लगाया गया। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, उस समय अदाणी दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति थे। इसके तुरंत बाद, एंडरसन ने जैक डोरसी की ब्लॉक इंक और कार्ल इकान की इकान एंटरप्राइजेज पर भी रिपोर्ट पब्लिश कीं। तीनों फाइनेंसर्स और उनके कारोबारों ने हिंडनबर्ग के दावों का पुरजोर विरोध किया। फिर भी उस वर्ष तीनों की संपत्ति में कुल मिलाकर 99 अरब डॉलर की गिरावट देखी गई। इतना ही नहीं उनकी लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यूएशन को 173 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।
इसके बाद अगस्त 2024 में हिंडनबर्ग ने एक और रिपोर्ट पब्लिश की, जिसमें कहा गया कि भारत के कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के पास उन दो अस्पष्ट विदेशी कोषों यानि ऑफशोर फंड्स में हिस्सेदारी है, जिनका इस्तेमाल अदाणी समूह में पैसों की कथित हेराफेरी में किया गया। इसके अलावा रिपोर्ट में कुछ और दावे भी किए गए। जनवरी 2025 में एंडरसन ने एर्नी गार्सिया III की कारवाना कंपनी पर हमला किया। गार्सिया और उनके पिता, एर्नी गार्सिया II पर सदियों से चली आ रही अकाउंटिंग धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया। ऑटो रिटेलर कारवाना ने तुरंत हिंडनबर्ग के तर्कों को भ्रामक और गलत बताकर खारिज कर दिया। स्टॉक गिरने के बाद जल्द ही रिकवर हो गया और इस महीने 5% से अधिक बढ़ गया।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, शॉर्ट-सेलिंग पर फोकस करने से पहले एंडरसन ने वॉल स्ट्रीट पर कुछ अंडर-द-रडार जॉब कीं। फिर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के व्हिसलब्लोअर प्रोग्राम को टिप्स जमा करके जीविकोपार्जन करने की कोशिश की। लेकिन इसके बावजूद वह अपना गुजारा करने के लिए संघर्ष करते रहे। इसके बाद उन्होंने अपनी ऊर्जा ऑनलाइन रिपोर्ट्स पब्लिश करने में लगा दी। 2020 की शुरुआत में हिंडनबर्ग का प्रभाव और प्रतिष्ठा बढ़ रही थी। एक समय पर, उन्होंने 11 लोगों की एक टीम बनाई। अपनी क्षमताओं के बारे में अपनी पिछली शंकाओं के बावजूद उन्होंने कहा कि उन्होंने और उनके समूह ने साबित कर दिया कि वे बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।