Hathras Satsang Baghdad: सत्संग में मौत का तांडव, लाशों का ढेर देख कर पुलिस जवान की हार्ट अटैक से मौत

Hathras Satsang Baghdad: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में आयोजित एक सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 127 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। यह घटना मंगलवार को सिकंदराराऊ क्षेत्र के पुलराई गांव में हुई। एटा में मेडिकल कॉलेज में लाशों का ढेर लग गया, जिससे पूरे देश में सदमा फैल गया है।
पुलिस जवान की हार्ट अटैक से मौत
ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस जवान, जो क्यीआरटी अवागढ़ में तैनात था, मेडिकल कॉलेज में लाशों का ढेर देखकर घबरा गया और उसे हार्ट अटैक आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई। सिपाही मूल रूप से अलीगढ़ जिले के बन्ना देवी थाना क्षेत्र के सिद्धार्थनगर का रहने वाला था।
भगदड़ का कारण
पुलिस के अनुसार, सत्संग में बड़ी संख्या में लोगों के आने के कारण भीड़ अत्यधिक हो गई थी। सत्संग के समापन के बाद अचानक बाहर निकलने की कोशिश में भगदड़ मच गई। एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ितों को मृत अवस्था में या बेहोशी की हालत में ट्रकों और अन्य वाहनों में लाद कर सिकंदराराऊ ट्रामा सेंटर लाया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने और दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए अपर पुलिस महानिदेशक (आगरा) और आयुक्त (अलीगढ़) के नेतृत्व में एक टीम गठित करने के निर्देश दिए हैं।
सत्संग में शामिल होने के लिए जयपुर से आए एक परिवार की महिला ने बताया कि सत्संग के समापन के बाद लोग अचानक से बाहर निकलने लगे, जिससे भगदड़ मच गई। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और आवश्यक कार्रवाई कर रही है।
यह दुखद घटना दर्शाती है कि बड़े आयोजनों में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंध कितने महत्वपूर्ण हैं। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और सरकार से उम्मीद है कि वह इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएगी।






