Ferrari Approved Certification: भारत में फेरारी ने शुरू की सेकंड हैंड कार बिक्री, मिलेगी असीमित माइलेज वारंटी और 24 महीने का बीमा कवर…

Ferrari Approved Certification: भारत में फेरारी ने शुरू की सेकंड हैंड कार बिक्री, मिलेगी असीमित माइलेज वारंटी और 24 महीने का बीमा कवर…

Ferrari Approved Certification: अगर आप फेरारी कार की सवारी का सपना देख रहे हैं लेकिन इसकी ऊंची कीमतें आपकी पहुंच से बाहर हैं, तो अब आपके पास यह मौका है। इटली की लग्जरी कार निर्माता कंपनी फेरारी ने भारत में सेकंड हैंड सुपरकार की बिक्री शुरू कर दी है।

इस प्रोग्राम को ‘फेरारी अप्रूव्ड सर्टिफिकेशन’ नाम दिया गया है। फेरारी ने पिछले साल अक्टूबर 2023 में ग्लोबल स्तर पर इस प्रोग्राम की शुरुआत की थी और अब इसे भारत में भी लाया गया है।

दिल्ली में उपलब्ध होंगी यूज्ड फेरारी कारें

फेरारी की यूज्ड कारों को सबसे पहले दिल्ली में स्थित उनके डीलरशिप पर बिक्री के लिए पेश किया जाएगा। इसके तहत कंपनी की सेकंड हैंड सुपरकारों को बिक्री से पहले पूरी तरह से जांचा और परखा जाएगा। यह जांच फेरारी के ट्रेन्ड टेक्नीशियन द्वारा की जाएगी, जो मॉडर्न मशीनों का इस्तेमाल कर कारों की गहराई तक जांच करेंगे।

गहराई तक जांच और सुधार प्रक्रिया

फेरारी अप्रूव्ड सर्टिफिकेशन प्रोग्राम के तहत, सेकंड हैंड सुपरकारों को बिक्री पर पेश करने से पहले उनके हर हिस्से की गहराई तक जांच की जाएगी। इसमें एयर कंडीशनिंग सिस्टम, डैशबोर्ड, सेफ्टी सिस्टम, लाइटिंग, व्हील और टायर्स की पूरी जांच शामिल है।

इसके साथ ही कार के मेंटेनेंस की हिस्ट्री भी चेक की जाएगी। जांच के दौरान यदि कोई कमी पाई जाती है, तो उन पार्ट्स को बदलकर कार को बिल्कुल नई जैसी बना दिया जाता है।

ग्राहकों को मिलेगी असीमित माइलेज वारंटी

इस प्रोग्राम के तहत खरीदी गई यूज्ड सुपरकारों पर ग्राहकों को असीमित माइलेज वारंटी का लाभ भी मिलेगा। फेरारी ने अपनी ऑफिसियल वेबसाइट पर शुरुआती दौर में 5 कारों को लिस्ट किया है, जो पूरी तरह से फिटनेस जांच के बाद बिक्री के लिए तैयार हैं।

इसके अलावा, कंपनी इन कारों पर 24 महीने का बीमा कवर भी दे रही है। हालांकि, इस बीमा कवरेज के अंतर्गत ब्रेक पैड, ब्रेक डिस्क, टायर आदि जैसे पार्ट्स और सामान्य टूट-फूट शामिल नहीं होंगे।

190 स्टेप्स की जांच प्रक्रिया

फेरारी अप्रूव्ड सर्टिफिकेशन के तहत कारों को 190 स्टेप्स के जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। इस प्रक्रिया में कार के हर छोटे-बड़े हिस्से की गहराई तक जांच की जाती है। इसमें एयर कंडीशनिंग सिस्टम, डैशबोर्ड, सेफ्टी सिस्टम, लाइटिंग, व्हील और टायर्स के साथ-साथ कार के इलेक्ट्रिकल सिस्टम, सस्पेंशन, ब्रेक, कूलिंग सिस्टम और स्टीयरिंग की भी जांच की जाती है।

ड्राइविंग टेस्ट भी होगा शामिल

अंतिम स्टेज में, कारों का ड्राइविंग टेस्ट भी किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे ठीक से काम कर रही हैं या नहीं। इस टेस्टिंग के दौरान कार की परफॉर्मेंस और हैंडलिंग की जांच की जाएगी।

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