Constable Saurabh Sharma Surrender: पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा ने भोपाल कोर्ट में किया सरेंडर, छापेमारी के बाद से था फरार

Constable Saurabh Sharma Surrender: मध्य प्रदेश परिवहन विभाग (MPRTO) के पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा(Constable Saurabh Sharma) से जुडी बड़ी अपडेट सामने आयी है. परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा ने सरेंडर कर दिया है. सौरभ शर्मा वकील राकेश पराशर के साथ लोकायुक्त स्पेशल कोर्ट में सरेंडर किया है.
जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय और एमपी लोकायुक्त की छापेमारी के बाद से सौरभ फरार चल रहा था. वहीँ अब सौरभ शर्मा एमपी के भोपाल जिला न्यायालय के लोकायुक्त कोर्ट में सरेंडर किया है. सौरभ शर्मा ने भोपाल कोर्ट के सामने सरेंडर करने के लिए अपने वकील राकेश पराशर को भेजा और सुरक्षा की मांग की है. कोर्ट ने सौरभ की केस डायरी मंगवाई है. केस डायरी आने के बाद अदालत मंगलवार को मामले की सुनवाई करेगी. इस पूरे मामले की जांच कर रहे डीएसपी वीरेंद्र सिंह भी कोर्ट पहुंच गए हैं.
बता दें, 18 दिसंबर को परिवहन विभाग के पूर्व सिपाही सौरभ के भोपाल अरेरा कॉलोनी स्थित ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस ने छापा मारा था. जिसमे करोड़ की सम्पत्ति मिली थी. सौरभ शर्मा मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के सिपाही के पद पर तैनात था. पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के अरेरा कॉलोनी स्थित घर और दफ्तर में गुरुवार 19 दिसंबर को लोकायुक्त और इनकम टैक्स की टीम ने छापेमारी की थी. छापेमारी में अब तक 234 किलो चांदी मिली है, जिसकी कीमत 2 करोड़ 10 लाख रुपये है. 50 लाख का सोना भी मिला है. चांदी-सोने -हीरे की अंगूठियां, 17 लाख की ब्रान्डेड घड़ियां, 15 लाख की लेडीज़ पर्स मिली है. इतना ही नहीं 3 करोड़ रुपए की नगदी भी सौरभ के घर से मिली है. सौरभ शर्मा के घर से मिले कैश को गिनने के लिए नोट गिनने की मशीन बुलाई गईं. सौरभ के घर पर लोकयुक्त को 4 एसयूवी भी मिली हैं.
सौरभ शर्मा मूल रूप से ग्वालियर का रहने वाला है. उसकी पत्नी दिव्या का मायका जबलपुर में है. सौरभ शर्मा 4 साल पहले सौरभ परिवार सहित भोपाल शिफ्ट हो गया था. सौरभ शर्मा के पिता आरके शर्मा परिवहन विभाग में सरकारी डॉक्टर थे. लेकिन 2015 में उनका देहांत हो गया. उसके बाद सौरभ शर्मा को परिवहन विभाग में अनुकंपा पर नियुक्ति मिली. सौरभ शर्मा परिवहन विभाग के सिपाही के पद पर तैनात था. वो अपनी बीवी का जन्मदिन दुबई या दिल्ली के किसी 5 स्टार होटल में मनाता था. जिसकी तस्वीरें भी सामने आयी है. 7 साल तक नौकरी करने के बाद वीआरएस ले लिया. इसके बाद सौरभ शर्मा कंस्ट्रक्शन लाइन में घुस गया.
वहीं आयकर विभाग की टीम की को रातीबड़ क्षेत्र के मेंडोरा के जंगल में लावारिस हालत में एक इनोवा क्रिस्टा गाड़ी मिली. गाड़ी पर ग्वालियर का रजिस्ट्रेशन नंबर है. जब आयकर विभाग की टीम ने गाडी की जांच की तो गाडी से 15 करोड़ कैश और दो बैग में 52 किलो सोने की ईंट और बिस्कुट बरामद किया गया है. इस सोने की कीमत करीब 45 करोड़ रुपये बताई जा रही है. कार पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के पार्टनर चेतन गोरा की है. टीम का मानना है आयकर विभाग की कार्रवाई से बचने के लिए सोने और कॅश को ठिकाने लगाने की तैयारी थी. जांच में शामिल विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियां-लोकायुक्त पुलिस, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आयकर विभाग उसके तलाश में थी.