CM Vishnudeo Sai: फास्ट एक्शनः इंटेलिजेंस रिपोर्ट मिलने के बाद CM विष्णुदेव ने एक झटके में कर दी कमिश्नर की छुट्टी, 20 मिनट में आदेश हो गया जारी…

CM Vishnudeo Sai: रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने दो दिन पहले चार आईएएस अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव किया। इनमें बिलासपुर के कमिश्नर नीलम एक्का को हटाकर उनकी जगह पर नए कमिश्नर की पोस्टिंग की गई। हालांकि, कुछ देर बार बिलासपुर कमिश्नर का आदेश बदल गया। मगर सबसे अधिक स्तब्ध करने वाला बिलासपुर कमिश्नर नीलम एक्का का ट्रांसफर रहा। 31 जुलाई को संजय अलंग के रिटायरमेंट के दिन नीलम एक्का को बिलासपुर संभाग का कमिश्नर बनाया गया था। उसके दो-एक दिन बाद उन्होंने वहां ज्वाईन किया था। मगर पोस्टिंग के ठीक 28वें दिन सरकार ने अचानक उनकी छुट्टी कर दी। अब ऐसे में, लोगों का हतप्रभ रहना स्वाभाविक था।
खुफिया रिपोर्ट पर कार्रवाई
ऐसी चर्चाएं हैं कि बिलासपुर कमिश्नर नीलम एक्का को इंटेलिजेंस रिपार्ट पर आनन-फानन में हटाया गया। बताते हैं, सरकार को अलग तरह की कुछ संवेदनशील सूचनाएं मिल रही थी। कल शाम इंटेलिजेंस ने भी इसकी पुष्टि कर दी। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कमिश्नर को हटाने का फैसला करने में मिनट भर भी देर नहीं लगाई। उन्होंने अफसरों को बुलाया और कहा कि फौरन आदेश निकाला जाए। सीएम का रुख देख बिलासपुर कमिश्नर को हटाने का आदेश निकालने में अफसरों ने भी विलंब नहीं किया। सीएम के निर्देश के बाद जीएडी ने नोटशीट तैयार की, साथ में आदेश भी टाईप हुआ। और 20 मिनट बाद मुख्यमंत्री ने नोटशीट पर हस्ताक्षर कर दिया। बताते हैं, इंटेलिजेंस रिपोर्ट कुछ ऐसी थी, जो बीजेपी की रीति-नीति से मेल नहीं खाती। अलबत्ता, विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उसे इश्यू भी बनाया था।
बिलासपुर में धर्मांतरण बढ़ा
वैसे तो छत्तीसगढ़ के बस्तर और सरगुजा में पहले से धर्मांतरण हो रहे हैं। मगर अब मैदानी इलाकों में भी धर्मांतरण तेज हो गए हैं। सूत्रों का कहना है कि बिलासपुर में जांजगीर, मुंगेली तरफ तो धर्मांतरण हो ही रहे हैं, अब धार्मिक नगरी रतनपुर, तखतपुर, बिल्हा, कोटा, सकरी इलाकों तक लोग धर्म बदल रहे हैं। मिशनरी संस्थाओं का पहले आदिवासियों पर फोकस था। जशपुर, सरगुजा, बस्तर के आदिवासी इस मुहिम में लगे हुए थे। मगर अब दलितों और ओबीसी में भी उनका प्रभाव बढ़ रहा है। इन दोनों समुदायों में भी अब धर्म परिवर्तन बढ़ गया है।