सीएम धामी ने आवास पर फहराया राष्ट्रीय ध्वज, पूरे उत्तराखंड में लोगों ने मनाया गणतंत्र दिवस

राजधानी देहरादून सहित पूरे प्रदेश में गणतंत्र दिवस समारोह धूमधाम से मनाया जा रहा है। सीएम धामी ने अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके बाद वह परेड ग्राउंड में आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। जहां गणतंत्र दिवस के अवसर पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ ही झांकियां निकाली गई
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के साढ़े नौ साल के कार्यकाल में हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का लाभ दिया गया। महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कार्य हुए है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित हुआ। मातृशक्ति को सशक्त बनाने के लिए लखपति दीदी योजना के तहत तेजी से कार्य हुए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 2025 तक उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार हर क्षेत्र में तेजी से कार्य कर रही है। जनभागीदारी एवं जन सहयोग से उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाया जाएगा।
आकर्षण का केंद्र होगी सूचना विभाग की झांकी
गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार आकर्षण का केंद्र सूचना विभाग की झांकी रही। सूचना विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सूचना विभाग की ओर से विकसित उत्तराखंड की झांकी का निर्माण किया गया। 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का है।
देवभूमि उत्तराखंड में विकसित भारत के तहत कई लाख करोड़ की विकास परियोजनाओं के कार्य जैसे ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन, होम स्टे, रोप-वे आदि पर तेजी से कार्य किया जा रहा है इसके साथ ही पारंपरिक अनाजों का भी पर्याप्त मात्रा में उत्पादन किया जा रहा है।
झांकी में ये खास
झांकी में उत्तराखंडी महिला को पारंपरिक वेशभूषा में स्वागत करते हुए दिखाया गया। इसके अलावा पारंपरिक अनाज मंडवा, झंगोरा, रामदाना, कौंणी की खेती खेती और राज्य पक्षी मोनाल को दिखाया गया है।
बाजार तिरंगे और अन्य सामानों से सजे
घरों पर लगाए तिरंगे
शहर के सहारनपुर चौक, झंडा बाजार, पलटन बाजार, राजपुर रोड, जीएमएस रोड पर तिरंगे के सामानों से दुकानें सजी रही। इन पर लोगों ने घरों पर लगाने के लिए तिरंगे की काफी खरीदारी की। वही लोगों ने दोपहिया वाहनों पर लगाने के लिए छोटे तिरंगे भी खूब खरीदे।
रों पर लगाए तिरंगे
शहर के सहारनपुर चौक, झंडा बाजार, पलटन बाजार, राजपुर रोड, जीएमएस रोड पर तिरंगे के सामानों से दुकानें सजी रही। इन पर लोगों ने घरों पर लगाने के लिए तिरंगे की काफी खरीदारी की। वही लोगों ने दोपहिया वाहनों पर लगाने के लिए छोटे तिरंगे भी खूब खरीदे।