चमोली में चीनी सैनिकों ने की घुसपैठ, प्रशासन ने किया इन्कार

चमोली में चीनी सैनिकों ने की घुसपैठ, प्रशासन ने किया इन्कार

उत्तराखंड के सीमांत चमोली जिले में भारत-चीन सीमा पर बाड़ाहोती में एक बार फिर चीनी सैनिकों की घुसपैठ करने की चर्चा है। जिला प्रशासन की 16 सदस्यीय टीम भी बाड़ाहोती से वापस लौट आई है। जिला प्रशासन ने सीमा पर किसी भी घुसपैठ की जानकारी देने से इन्कार किया है।

बाड़ाहोती की निगरानी का जिम्मा भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के पास है। इस सीमा क्षेत्र में प्रशासन की टीम अपनी रुटीन प्रक्रिया के तहत निगरानी के लिए वर्ष में चार से अधिक बार जाती रही है। इस वर्ष चार सितंबर को बाड़ाहोती निरीक्षण के लिए जिला स्तरीय प्रशासनिक अधिकारी के नेतृत्व में गई प्रशासन की 16 सदस्यीय टीम 10 सितंबर को वापस लौटी है। इधर, हालिया दिनों में बाड़ाहोती में चीनी घुसपैठ की चर्चा हैं। चर्चा है कि 12 सितंबर की सुबह चीनी सैनिक बाड़ाहोती क्षेत्र में आए थे और दोपहर को वापस लौट गए।

बताया यह भी जा रहा है कि चीनी सैनिक याक के साथ देखे गए थे। चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया और पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने घुसपैठ से इन्कार किया है। पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अशोक कुमार का कहना है कि बाड़ाहोती नो मैंस लैंड है। यहां साल में दो-तीन बार भारत और चीन के सैनिक आते-जाते रहते हैं। हाल फिलहाल में चीनी सैनिकों के बाड़ाहोती में आने की कोई सूचना नहीं है।

कब-कब बाड़ाहोती में हुई चीनी सैनिकों की घुसपैठ

  • वर्ष 2014 में बाड़ाहोती के पास अंतिम चौकी रिमखिम क्षेत्र में चीनी हेलीकॉप्टर ने भरी उड़ान
  • वर्ष 2015 में भारतीय सीमा में चीनी सैनिक घुसे, स्थानीय चरवाहों का खाद्यान्न नष्ट कर बाडाहोती से भगाया
  • वर्ष 2016 में बाड़ाहोती गई प्रशासन की राजस्व टीम को चीनी सैनिकों ने वापस लौटाया
  • वर्ष 2017 में बाड़ाहोती में दो चीनी हेलीकॉप्टर देखे गए, इसी वर्ष पांच बार बाड़ाहोती में घुसे चीनी सैनिक
  • वर्ष 2018 में भी चीनी सैनिक बाड़ाहोती में घुसे

वर्ष 2017 में पांच बार लांघी सीमा

जुलाई 2017 में चीन के करीब 200 सैनिक बाड़ाहोती में घुस आए। तब भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों से उनकी झड़प भी हुई। इसके बाद चीनी सैनिक वापस लौट गए। इसी माह चीन के सैनिकों ने तीन से आठ जुलाई के बीच पांच बार बाड़ाहोती में घुसपैठ की हिमाकत की। जिसे हिमवीरों ने नाकाम कर दिया। इससे पहले वर्ष 2017 के जून में ही यहां दो चीनी हेलीकॉप्टर भी देखे गए।

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