Chhattisgarh Collector Transfer: कलेक्टरों के ट्रांसफर में इमेज और परफर्मेंस को दी जाएगी प्राथमिकता, आजकल में निकल सकती है लिस्ट…

Chhattisgarh Collector Transfer: रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक सर्जरी की बड़ी चर्चा है। कुछ जिलों के कलेक्टर हटाए जाएंगे तो कुछ को अपग्रेड कर बड़े जिलों में पोस्ट किए जाएंगे। आईएएस की लिस्ट में दर्जन भर से अधिक नाम हो सकते हैं। इनमें आधा दर्जन के आसपास कलेक्टर होंगे।
सूत्रों का कहना है कि लिस्ट लगभग तैयार है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से चर्चा के बाद उनका अनुमोदन होना बचा है। मुख्यमंत्री चूकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे में व्यस्त थे, इसलिए कलेक्टरों के ट्रांसफर को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका। ब्यूरोक्रेसी की चर्चाओं के अनुसार आजकल में कभी भी कलेक्टरों की लिस्ट जारी हो सकती है।
दरअसल, 8 अप्रैल से 31 मई तक सुशासन तिहार चलेगा। इसमें भी सरकार व्यस्त हो जाएगी। लिहाजा, सरकार जिन जिलों में बदलाव करना जरूरी समझती होगी, वहां 8 अप्रैल से पहले आदेश जारी कर देगी। क्योंकि, सुशासन तिहार प्रारंभ होने के बाद कलेक्टर बदलना मुनासिब नहीं होगा। जानकारों का कहना है, सरकार अगर लोक सुराज से पहले कलेक्टरों का ट्रांसफर करना चाहती है तो फिर आजकल में ही करना होगा।
कलेक्टरों के ट्रांसफर इस बार ठोक बजाकर किया जाएगा। कलेक्टर या कलेक्टर बनने वाले रैंक के आईएएस अधिकारियों की पूरी कुंडली सामान्य प्रशासन विभाग ने तैयार कर लिया है। प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि कलेक्टरों की पोस्टिंग में उसे प्रायरिटी दी जाएगी, जिसकी छबि अच्छी होने के साथ रिजल्ट देना आता होगा। सरकार को प्राब्लम क्रियेट करने वाले और गांधीजी के प्रेमी अफसरों की जरूरत नहीं है। सरकार के करीबी अधिकारियों के अनुसार दुर्ग में अभिजीत सिंह और धमतरी में अविनाश मिश्रा को कलेक्टर बनाया गया। इसमें छबि को प्राथमिकता दी गई। अभी जो कलेक्टरों की लिस्ट निकलेगी, उसमें भी चाल-चलन और चरित्र को तवज्जो दिया जाएगा।
वैसे तो कलेक्टर, एसपी का ट्रांसफर विशुद्ध तौर से मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। जाहिर है, ऑल इंडिया सर्विस मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में आती है। मगर हो सकता है कुछ नेताओं के डिमांड पर कुछ जिलों में कलेक्टर बनाया जाए, मगर इसके लिए मापदंड यही रहेगा अच्छी छबि और रिजल्ट देने वाला अफसर हो, तभी सिफारिशों पर ध्यान दिया जाएगा।
बता दें, छत्तीसगढ़ में 33 जिले हैं। सरकार बदलने के सवा साल में इनमें से एक को छोड़ सभी जिले के कलेक्टर बदले जा चुके हैं। मुंगेली कलेक्टर राहुल देव पिछली सरकार के समय कलेक्टर बनाए गए थे और मुंगेली में अभी भी कंटीन्यू कर रहे हैं।