Chhattisgarh Budget 2025: IAS के दो बैचमेटों ने मिलकर बनाया छत्तीसगढ़ का 25वां बजट, पढ़िये वित्त मंत्री ओपी चौधरी के सूटकेस से कल क्या निकलेगा?…

Chhattisgarh Budget 2025: IAS के दो बैचमेटों ने मिलकर बनाया छत्तीसगढ़ का 25वां बजट, पढ़िये वित्त मंत्री ओपी चौधरी के सूटकेस से कल क्या निकलेगा?…

Chhattisgarh Budget 2025: रायपुर। छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी के पिटारे से क्या निकलता है, इस पर पूरे प्रदेश की नजर है। कल दोपहर 12.30 बजे वे विधानसभा में बजट पेश करेंगे। बजट के साइज के मामले में इस बार नया रिकार्ड बनने वाला है। अनुमान है कि छत्तीसगढ़ का बजट दो लाख करोड़ को इस क्रॉस कर सकता है।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बजट से पूर्व संध्या पर मीडिया से बातचीत करते हुए इशारा भी किया कि छत्तीसगढ़ में जिस तेज रफ्तार से विकास कार्य हो रहे हैं, उससे निश्चित तौर पर बजट का साइज पिछले साल से अधिक रहेगा। उन्होंने कहा कि देश के जीडीपी से छत्तीसगढ़ का जीडीपी एक फीसदी अधिक तेजी से आगे बढ़ रही है।

बैचमेट ने बनाया बजट

छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी पूर्व आईएएस रहे हैं। वे रायपुर कलेक्टर से वीआरएस लेकर 2018 में राजनीति में कूदे थे। इस समय वे वित्त के साथ आवास पर्यावरण, जीएसटी और पंजीयन विभागों का दायित्व संभाल रहे हैं।

छत्तीसगढ़ के वित्त सचिव मुकेश बंसल ओपी चौधरी के बैचमेट हैं। दोनों 2005 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस रहे हैं। मुकेश को पोर्टफोलियो भे ओपी चौधरी की तरह हाई है। उनके पास वित्त के अलावे जीएससटी, सामान्य प्रशासन के साथ सीएम सचिवालय भी है।

ओपी चौधरी ने जब पिछले साल बजट पेश किया था, तब अंकित आनंद वित्त सचिव थे। इस बार मुकेश बंसल सिकरेट्री फायनेंस हैं। ओपी और मुकेश आईएएस के समय गहरे मित्र रहे हैं। ओपी के सियासत में आने के बाद भी दोनों के रिश्तों की गरमाहट कम नहीं हुई।

मुकेश केंद्र में ज्वाइंट सिकरेट्री फायनेंस रहे। वे चाहते तो दो साल और वहां रह सकते थे। मगर विष्णुदेव सरकार ने उन्हें राज्य में काम करने के लिए दिल्ली से बुला लिया।

छत्तीसगढ़ का बजट-2025 पहले से कैसे अलग हो, इसके लिए ओपी चौधरी और मुकेश बंसल पिछले तीन महीने से काम कर रहे थे। विकास आम आदमी तक कैसे पहुंचे, बजट में क्या प्रावधान किया जाए, इसके लिए विषय विशेषज्ञों से भी बात की गई।

ओपी और मुकेश के पास और कई विभागों की जिम्मेदारियां हैं। ओपी को अपनी सियासत भी करनी है, सो दोनों दिन में अपना काम करते और फिर आधी रात के बाद तक बजट पर मंथन चलता था।

इंडस्ट्री, टूरिज्म और बेरोजगारी पर फोकस

बजट में इंडस्ट्री, पर्यटन और सर्विस सेक्टर पर खास फोकस किया जा सकता है। इंडस्ट्री और पर्यटन बढ़ने पर सर्विस सेक्टर में काफी ग्रोथ आएगा। आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार सर्विस सेक्टर में पिछले साल 10 परसेंट से भी अधिक का ग्रोथ मिला है। जाहिर है, जिस राज्य का सर्विस सेक्टर जितना मजबूत होता है, वहां उसी के अनुरूप रोजगार भी बढ़ता है।

बस्तर में टूरित्म बढ़ाने बजट में नई घोषणाएं की जा सकती है। यह इसलिए भी जरूरी प्रतीत हो रहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बस्तर पर काफी फोकस है।

महिलाओं के लिए पहले से महतारी वंदन योजना चल रही है। इस पर हर महीने करीब 800 करोड़ रुपए का व्यय हो रहा। इसलिए बजट में महिलाओं के लिए कोई खास रहने की उम्मीद नहीं है। मगर छात्राओं के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं हो सकती हैं।

जशपुर को अहम सौगातें

छत्तीसगढ़ बनने के बाद 24 साल में बार्डर जिला जशपुर उपेक्षित रहा है। मगर अब चूकि वहां से विष्णुदेव साय राज्य के मुख्यमंत्री हैं, इसलिए जशपुर पर बजट में खास फोकस रहने की संभावना है। कुनकुरी में मेडिकल कॉलेज खोलने पर सहमति बन चुकी है। इसके लिए राशि की घोषणा हो सकती है।

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