CG Teacher News: प्राचार्य व लेक्चरर पदोन्नति गतिरोध हुआ दूर, शालेय शिक्षक संघ व शिक्षा सचिव की हुई महत्वपूर्ण बैठक
रायपुर। प्राचार्य और व्याख्याताओं की पदोन्नति को लेकर शालेय शिक्षा संघ द्वारा उठाए जा रहे प्रमुख मुद्दों पर गौर करने का भरोसा राज्य शासन ने संघ के पदाधिकारियों व प्रतिनिधि मंडल को दिलाया है। शिक्षा सचिव ने वरिष्ठता सूची की सभी त्रुटियां दूर करने के बाद ही पदोन्नति की प्रक्रिया आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया है। शिक्षा सचिव के आमंत्रण पर शालेय शिक्षक संघ का प्रतिनिधि मंडल वीरेंद्र दुबे की अगुवाई में शिक्षा सचिव,अवर सचिव और उपसंचालक से मुलाकात इस संबंध में अपनी बात रखी है। पूर्व की त्रुटियों को दूर करने प्रतिनिधि मंडल ने अपनी बात रखी। शालेय शिक्षक संघ ने राज्य स्तरीय पदोन्नति हेतु DPI द्वारा जारी वरिष्ठता सूची में त्रुटियों को सामने रखा। इसे दूर करने के बाद ही आगे की प्रक्रिया प्रारंभ करने की बात कही। बता दें कि डीपीआई की सूची में जारी त्रुटियों को लेकर शिक्षक संघ ने इसके पहले भी आपत्ति दर्ज कराते हुए अफसरों के सामने अपनी बात रखी थी।
0 शासन से पहुंचा आमंत्रण, रात में हुई बैठक
बीते रात शिक्षा सचिव कार्यालय से शालेय शिक्षक संघ के नेतृत्वकर्ता वीरेंद्र दुबे और धर्मेश शर्मा को चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया। मंगलवार को प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे, महासचिव धर्मेश शर्मा तथा कार्यकारी प्रांताध्यक्ष चन्द्रशेखर तिवारी, शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेसी, अवर सचिव आर पी वर्मा तथा उप संचालक आशुतोष चावरे से मंत्रालय में एक बैठक हुई। राज्यस्तरीय पदोन्नति हेतु जारी वरिष्टता सूची की गम्भीर त्रुटियों को दूर करने तथा प्राचार्य और व्याख्याता पद पर जल्द पदोन्नति देने की मांग संगठन द्वारा रखी गई।
0 वीरेंद्र दुबे ने एनपीजी को बताया
प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने बैठक के बाद हुई चर्चा की जानकारी देते हुए एनपीजी को बताया कि शिक्षा सचिव के साथ हमारी बैठक सार्थक रही। उन्होंने इन त्रुटियों को जल्द दूर करके प्राचार्य और व्याख्याता पदोन्नति शीघ्र करने का भरोसा दिया है। उन्होंने शिक्षक संगठनों से भी अपील किया कि वे इन त्रुटियों को साक्ष्य सहित प्रस्तुत करें तो उस पर कार्यवाही जरूर होगी, हम इन गलतियों को दूर करेंगे।
0 पात्र अपात्र के बीच अंतर जरुरी,इसलिए हम बना रहे दबाव
प्रांतीय महासचिव धर्मेश शर्मा और कार्यकारी प्रांताध्यक्ष चन्द्रशेखर तिवारी ने कहा कि वर्तमान में प्राचार्य व व्याख्याता पदों पर पदोन्नति के लिए बीते 06 वर्षों से जारी हो रही त्रुटिपूर्ण सूची से ही प्रस्ताव मंगाई गई है। संघ ने उक्त सूचियों की सैकड़ों त्रुटियों का प्रमाण सचिव व संचालक महोदय सहित जिम्मेदार अधिकारियों को सौंपकर सत्यापन करने व त्रुटि रहित सूची जारी करने की मांग की थी। प्राचार्य पदोन्नति हेतु जारी अंतिम व्याख्याता वरिष्ठता सूची में कई गम्भीर त्रुटियां अब भी व्याप्त है, फिर भी इसी सूची से पदोन्नति हेतु प्रस्ताव भेजने की कार्यवाही की जा रही है।इस सूची में ऐसे व्याख्याता एल बी के भी नाम हैं जो पांच वर्ष पूर्व तहसीलदार बन चुके हैं, तो कोई मृत हो चुके हैं।म .प्र. से स्थानांतरित व अंतर्नियोक्ता स्थानांतरण का लाभ ले चुके कर्मचारियों को नियोक्ता का परिवर्तन होने के बावजूद उनकी प्रथम नियुक्ति से वरिष्ठता दी गई। अनेक पदोन्नत कर्मचारियों को उनके पूर्व पद से वरिष्ठता दे दी गई है। सूची में जिनको 5000 वें स्थान पर होना चाहिए वे 100 वें स्थान पर है। इस त्रुटिपपूर्ण सूची से पदोन्नति होने पर कई अपात्र की पदोन्नति हो जायेगी जबकि पात्र वंचित रह जाएंगे।
0 क्या कहते हैं पदाधिकारी
शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने समस्त आपत्तियों को दूर नही करने पर कड़ा ऐतराज जताया तथा अविलंब विसंगतियों के निराकरण की मांग की। समुचित समाधान नहीं होने की स्थिति में संगठन द्वारा मुखर विरोध की बात कही है।संगठन ने शिक्षक एल बी संवर्ग से व्याख्याता पद पर पदोन्नति हेतु प्रस्ताव नहीं मंगाए जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग में कार्यरत लगभग 01 लाख 80 हजा र एलबी संवर्ग के शिक्षकों को उनकी संख्या के अनुपात में पदोन्नति का पद नहीं दिया जा रहा है जो कि एल बी संवर्ग के हितों के प्रति कुठाराघात है।
प्रांतीय मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने एल बी संवर्ग को पदोन्नति के अत्यंत कम पद दिए जाने का विरोध करते हुए एल बी संवर्ग को उनकी संख्या के अनुपात में वर्तमान की कुल रिक्तियों के आधार पर पद देने की मांग की है। हमारा संगठन त्रुटिरहित पदोन्नति के पक्षधर हैं। समस्त त्रुटियों को सुधारकर पदोन्नति की प्रक्रिया जल्द पूर्ण करने की मांग की है जिसे शिक्षा सचिव ने सहमति प्रदान करते हुए जल्द ही त्रुटियों को दूर कर पदोन्नति प्रदान करने का भरोसा दिया।
शालेय शिक्षक संघ के प्रांतीय पदाधिकारी सुनील सिंह,विष्णु शर्मा,डॉ सांत्वना ठाकुर,सत्येंद्र सिंह,विवेक शर्मा,गजराज सिंह,राजेश शर्मा,शैलेन्द्र सिंह,प्रह्लाद जैन,सन्तोष मिश्रा,सन्तोष शुक्ला,शिवेंद्र चंद्रवंशी,दीपक वेंताल,यादवेंद्र दुबे,सर्वजीत पाठक,मंटू खैरवार,पवन दुबे,भोजराम पटेल,विनय सिंह,आशुतोष सिंह,भानु डहरिया,रवि मिश्रा,जितेंद्र गजेंद्र,अजय वर्मा,कृष्णराज पांडेय,घनश्याम पटेल,कैलाश रामटेके,बुध्दहेश्वर शर्मा,प्रदीप पांडेय,देवव्रत शर्मा,अब्दुल आसिफ खान,अमित सिन्हा, विक्रम राजपूत,द्वारिका भारद्वाज,खेमन साहू,सुशील शर्मा, विजय बेलचंदन, अशोक देशमुख,तिलक सेन,शशि कठोलिया आदि पदाधिकारियो ने सरकार से उपरोक्त मांगो पर जल्द से जल्द निर्णय लेने की मांग की है।