CG News: कोरबा जिला प्रशासन ने माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के दुर्व्यवहार करने वाले एजेंटों पर कार्यवाही के लिए लिखा पत्र, पुलिस ने सात अपराध किए दर्ज

CG News: कोरबा जिला प्रशासन ने माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के दुर्व्यवहार करने वाले एजेंटों पर कार्यवाही के लिए लिखा पत्र, पुलिस ने सात अपराध किए दर्ज

CG News: कोरबा। फ्लोरा मैक्स कंपनी के द्वारा जिले की महिलाओं से ठगी का मामला सामने आने के बाद कोरबा पुलिस और प्रशासन के द्वारा लगातार ताबड़तोड़ कार्यवाही की गई है। सात माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के रिकवरी एजेंटों के खिलाफ 24 घंटे में सात अपराध दर्ज कर एजेंटों को गिरफ्तार किया गया है। बता दे जिला प्रशासन के द्वारा भी नियम विरुद्ध तरीके से लोन देने वाली माइक्रोफाइनेंस कंपनियों पर सीलबंदी की कार्यवाही की गई थी।

बता दे कि कोरबा कलेक्टर अजीत बसंत के द्वार माइक्रो फाइनेंस बैंक एजेंट के द्वारा ऋण वसूली के दौरान बलपूर्वक कार्यवाही एवं अपमानजनक दुर्व्यवहार करने की शिकायत प्राप्त होने पर कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी को पत्र लिखकर कहां है कि दुर्व्यवहार के चलते अनुचित तनाव और अपमान का सामना लोन लेने वाले हितग्राहियों को करना पड़ रहा है। ऋण वसूली एजेंट द्वारा किए जाने वाले ऐसे कृत्य शासकीय तथा आरबीआई के दिशा निर्देशों के प्रतिकूल है। अतः ऐसी शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही तथा प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।

फ्लोरामेक्स कंपनी के द्वारा कोरबा जिले की 37 हजार महिलाओं से माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के द्वारा फाइनेंस करवा के 140 करोड रुपए की ठगी कर ली गई है। महिलाएं लोन माफी की मांग को लेकर 6 जनवरी से हड़ताल में है। रविवार को मंत्री रामविचार नेताम,लखन लाल देवांगन के एक सामाजिक कार्यक्रम में पहुंचने पर महिलाओं ने उन्हें घेर कर 3 घंटे तक का चक्काजाम भी किया था। चक्का जाम के चलते एंबुलेंस के चालक को रास्ता नहीं मिला। उसकी शिकायत पर एक एफआईआर और शासकीय कार्य में बाधा डालने पर दूसरी एफआईआर सिविल लाईन थाने में दर्ज की गई है।

वही मामले में कलेक्टर अजीत बसंत ने 6 सदस्यीय टीम बना कर जांच के निर्देश दिए है। कमेटी यह जांच करेगी कि इन माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के द्वारा एक बार लोन देने के बाद बिना लोन पटे दोबारा लोन क्यों जारी किया गया। इसके अलावा लोन देने के लिए आरबीआई के नियमों का पालन हुआ है या नहीं। अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जाएगी।

जिला प्रशासन ने कटघोरा क्षेत्र में 5 माइक्रोफाइनेंस कंपनियों को भी सील किया है। जिला प्रशासन के निर्देश पर कटघोरा और दीपका क्षेत्र में संचालित उक्त माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के द्वारा शासन प्रशासन की ओर से निर्धारित किए गए मापदंडों की कार्य करने के चलते यह कार्यवाही की गई है।

इसके अलावा लोन लेने वाले लोगों को गाली गुप्तार करने और परेशान करने पर पुलिस ने माइक्रोफाइनेंस बैंक के रिकवरी एजेंटों के खिलाफ 24 घंटे के भीतर सात मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने सभी माइक्रो फाइनेंस कंपनी द्वारा लोनहित ग्राहियों को परेशान करने के पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए थे। माइक्रोफाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंट द्वारा निवेशको को डरा धमकाकर पैसे की मांग करने पर विभिन्न थाना और चौकिया में कार्यवाही की गई है।

रिकवरी एजेंट के द्वारा डरा धमकाकर और अभद्र गाली गलौज करने की शिकायत पर 24 घंटे के अंतर्गत करतला के दो मामलों, पाली थाना के दो मामलों, ऊरगा और कटघोरा चौकी राजगामार में कंपनी के संचालकों और रिकवरी एजेंट के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। प्रशासन और पुलिस की इस कार्यवाही से माइक्रोफाइनेंस कंपनियों में हड़कंप मचा हुआ है। 

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