CG Exam Scam: डिप्टी सिकरेट्री ने घोटाले की थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की बजाए एसीएस होम को जांच के लिए पत्र लिख डाला, मनोज पिंगुआ बोले…

CG Exam Scam: रायपुर। छत्तीसगढ़ के आरआई परीक्षा घोटाले में एनपीजी न्यूज को राजस्व और आपदा विभाग के डिप्टी सिकरेट्री का एक पत्र मिला है। पत्र का सार यह है कि केडी कुंजाम कमेटी की जांच रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है, इसलिए पुलिस इसकी जांच करें।
पहला सवाल यह कि राजस्व और आपदा विभाग का डिप्टी सिकरेट्री एसीएस होम को कैसे लिख सकता है कि जांच कर अवगत करावें। एक बार जीएडी का डिप्टी सिकरेट्री पत्र लिखे तो चलता है। एसीएस को पत्र राजस्व और आपदा विभाग के डिप्टी सिकरेट्री द्वारा लिखा गया है।
फिर एसीएस होम कोई जांच एजेंसी नहीं है। कायदे से पुलिस संबंधी कोई जांच का मसला होता है तो जिले के एसपी को पत्र भेजा जाता है या फिर थाने में एफआईआर दर्ज कराया जाता है। सरकार की जांच एजेंसी एसीबी और ईओडब्लू है। कायदे से राजस्व विभाग आरआरई परीक्षा में धांधली की ईमानदारी से जांच कराना चाहता है तो जीएडी को लिखता। जीएडी फिर उसे मुख्यमंत्री से अनुमोदन लेकर एसीबी को भेजता। जैसे सीजीएमएससी घोटाले में हुआ।
एससीएम होम मनोज पिंगुआ बोले…
एनपीजी न्यूज ने इस बारे में एसीएस होम मनोज पिंगुआ से बात कर उन्हें बताया कि राजस्व विभाग ने पुलिस जांच के लिए आपको लिखा है…उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग को थाने में प्राथमिकी दर्ज कराना था या फिर प्रॉपर जांच एजेंसी के पास शिकायत करनी चाहिए थी।
लिंगारान करने की कवायद
सरकारी विभागों में इस तरह के घपलों की जांच के लिए पत्र भेजकर मामले पर पर्दा डालने की कवायदें होते रहती हैं। जाहिर है, राजस्व विभाग को अपनी प्रतिष्ठा की इतनी चिंता होती तो थाने में एफआईआर दर्ज करवाता। परीक्षा घोटाले पर पर्दा डालने का इससे बड़ा साक्ष्य क्या होता कि केडी कुंजाम कमेटी 29 नवंबर 2024 को जांच रिपोर्ट राजस्व विभाग को सौंप चुकी है और राजस्व विभाग के जनसूचना अधिकारी 29 जनवरी 2025 को लिखकर दे रहे हैं कि कुंजाम कमेटी की जांच प्रक्रियाधीन है, इसलिए रिपोर्ट देना संभव नहीं।
बहरहाल, पढ़ियें राजस्व और आपदा विभाग के डिप्टी सिकरेट्री का एसीएस होम के नाम पत्र…
यहां देखिए जांच के पत्र ![]() ![]() |