CG Election 2025: CG शिकायत के बहाने अपनों को ही निपटा रहे कांग्रेसी: जल्दबाजी ऐसी की नियम कायदे को रख दिया ताक पर

CG Election 2025: CG शिकायत के बहाने अपनों को ही निपटा रहे कांग्रेसी: जल्दबाजी ऐसी की नियम कायदे को रख दिया ताक पर

CG Election 2025: बिलासपुर। प्रदेशभर में नगरीय निकाय चुनाव के लिए उम्मीदवारों व प्रत्याशियों को बमुश्किल पखवाड़ेभर का समय मिला था। चुनावी माहौल के दौरान 57 कांग्रेसजनों को पार्टी से बाहर कर दिया है। मतलब ये कि जिला व शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों के बीच पार्टी से निकालो प्रतियोगिता चल रही थी। नियम, कायदे और मापदंड पूरी तरह से ताक पर रख दिए गए। खासकर पीसीसी के पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के परिप्रेक्ष्य में। यह सब बिलासपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी और जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी में हुआ।

अनुशासनहीनता की दुहाई देते हुए पार्टी से बाहर करने की प्रतिस्पर्धा में कहीं जिला व शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ही पार्टी अनुशासन के दायरे में ना आ जाए। दूसरों के लिए अनुशासन का दावा कर लक्ष्मण रेखा खीचंने की सियासी आपाधापी कहीं इनके लिए भारी ना पड़ जाए। इस बात की चर्चा हो रही है और पीसीसी में भी इस तरह की शिकायतों की बातें सामने आ रही है। जिन दो पदाधिकारियों को जिला व शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों ने सीधेतौर पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पार्टी से निष्कासित किया है वे दोनों प्रदेश पदाधिकारी हैं। पीसीसी के प्रवक्ता अभयनारायण राय व प्रदेश महिला कांग्रेस की सचिव व पूर्व महिला कांग्रेस की शहर अध्यक्ष सीमा पांडेय। पीसीसी के एक पदाधिकारी ने बताया कि प्रदेश पदाधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए एआईसीसी ने नियम कायदे बनाए हैं।

इसके अनुसार प्रदेश पदाधिकारी के खिलाफ चुनाव में पार्टी विराेधी गतिविधियों में शामिल होने की शिकायत मिलती है या फिर अनुशासनाहीनता को लेकर शिकायत मिलती है, तो जिला व शहर कांग्रेस कमेटी शिकायत के साथ उसे पीसीसी को भेजेगी। पीसीसी नियमों के अनुरुप आगे की कार्रवाई करेगी। मसलन संबंधित को उनका पक्ष रखने का मौका देगी। कारण बताओ नोटिस के जरिए जवाब मांगा जाएगा। जवाब आने के बाद मामला अनुशासन समिति के पास भेजा जाएगा।

अनुशासन समिति अपनी अनुशंसा के साथ पीसीसी को मामला वापस भेजेगी। पीसीसी आगे की कार्रवाई करेगी। दो मामले ऐसे हैं जिसमें राजनीतिक रूप से पेंच फंसते दिखाई दे रहा है। पीसीसी प्रवक्ता अभयनारायण राय व सीमा पांडेय के मामले में जिला व शहर कांग्रेस कमेटी ने नियमों को ताक पर रख दिया है। जिला व शहर कांग्रेस कमेटी ने पार्षद पद के उम्मीदवारों की शिकायत के बहाने छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। निष्कासन के साथ ही कार्रवाई की जानकारी मीडिया में लीक कर दी है।

 कांग्रेस की संभावनाओं पर भारी ना पड़ जाए गुटीय राजनीति

बिलासपुर जिले में कांग्रेस की गुटीय हमेशा से ही प्रदेशभर में चर्चा का विषय बनती रही है। इस बार भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। चुनावी माहौल के बीच संगठन से ताल्लुक रखने वाले गुट के पास अपना हिसाब बराबर करने का मौका जो है। यही कारण है कि प्रत्याशियों की शिकायतों की आड़ में ताबड़तोड़ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है। यह सिलसिला चुनाव के दौरान से लेकर अब तक बना हुआ है। जिले में हावी गुटीय राजनीति मौजूदा चुनाव में कहीं कांग्रेस की संभावनाओं पर ही भारी ना पड़ जाए। इस बात की चर्चा कांग्रेस के ही एक बड़े वर्ग के बीच होने लगी है।

 पीसीसी ने प्रदेश प्रवक्ताओं को दी भी जिम्मेदारी

संचार विभाग के प्रदेशाध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने एक आदेश जारी कर पीसीसी के सभी 10 प्रवक्ताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी थी। अभयनारायण राय व अनिल सिंह को बिलासपुर नगर निकाय की जिम्मेदारी दी गई थी। अपने क्षेत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सभा एवं प्रचार कार्यक्रम तथा उम्मीदवारों के प्रचार अभियान को समाचार माध्यमों से प्रचारित करने समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी दी गई थी।

 पीसीसी के निर्देशों का रह रहा था पालन

पीसीसी के प्रवक्ता अभय नारायण राय का कहना है कि पीसीसी के निर्देशों के तहत पूरे समय समन्वय बनाने का काम करता रहा। मेयर उम्मीदवार प्रमोद नायक के साथ पूरे समय काम करते रहा हूं। पीसीसी के पदाधिकारी के खिलाफ जिला कांग्रेस कमेटी कैसे कार्रवाई कर सकती है, किस अधिकार के तहत कार्रवाई की गई है समझ से परे है। पीसीसी चेयरमैन को इस संबंध में जानकारी दे दी है और अपनी बात भी रख दी है।

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