Bilaspur News: मंत्री की जिद और बदले की राजनीति ने सिस्टम और पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट, दोनों का बैठाया भट्ठा

Bilaspur News: मंत्री की जिद और बदले की राजनीति ने सिस्टम और पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट, दोनों का बैठाया भट्ठा

Bilaspur News: बिलासपुर। खाद्य मंत्री का गृह ग्राम कुंरा और अड़ार के बीच सरहद की दूरी है। अड़ार में स्वीकृत योजना को अपने गांव लाने की जिद में कड़ाके की ठंड के बीच पीएम आवास में रह रहे गरीबों को बेघरबार कर दिया है। पीएम आवास के मकानों पर बेदर्दी के साथ प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया। सोशल मीडिया में गरीबों के साथ मंत्री किस तरह पेश आ रहे हैं इसका वीडियो भी तेजी के साथ वायरल हो रहा है। तीन दिनों पहले पूर्व मंत्री रूद्र कुमार गुरु प्रभावितों से मिलने कुंरा पहुंचे थे। प्रभावितों को लेकर वे बेमेतरा कलेक्टर के पास गए थे। बेमेतरा कलेक्टर ने पूर्व मंत्री को जो बात बताई वह सिस्टम को ध्वस्त करने के लिए काफी है। पूर्व मंत्री रुद्र गुरु ने अपने फेसबुक वाल पर कलेक्टर के साथ हुई बातचीत के साथ ही प्रभावितों की तस्वीरों के साथ इसे साझा किया है।

मंत्री के इस रवैये और बदले की चला रहे राजनीति को लेकर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जमकर नाराजगी जताई है। बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल प्रभावितों को साथ लेकर पूर्व सीएम बघेल के पास गया था। पूर्व सीएम ने प्रभावितों की बातों को गंभीरता के साथ सुना और उनके हक में लड़ाई लड़ने की बात कही। प्रभावितों से मुलाकात के बाद पूर्व सीएम ने अपने फेसबुक वाला पर कुछ इस तरह की बातें लिखी और तल्खी जताई। पूर्व सीएम ने लिखा है कि करोड़ों के विज्ञापन खर्च करके प्रधानमंत्री आवास देने का वादा करने वाली छत्तीसगढ़ की विज्ञापनजीवी सरकार गरीबों,विकलांगों के प्रधानमंत्री आवास और निर्माणाधीन आवास तोड़ रही है। पूर्व सीएम ने कुंरा केपीएम आवास के प्रभावित हितग्राहियों,बुलडोजर के जरिए नेस्तनाबूत किए गए पीएम आवास की तस्वीर भी साझा किया है।

 सोशल मीडिया में तेजी के साथ वायरल हो रहा वीडियो

बेघरबार ग्रामीणों ने कुंरा में मंत्री से मुलाकात करने उनके निवास गए थे। आडियो में मंत्री बोलते नजर आ रहे हैं कि गांव में कालेज खुलना है,सरकारी जमीन पर कब्जा कर मकान बना लिए हो, छोड़ना तो पड़ेगा। महिलाओं की आ रही आवाज में महिलाएं मंत्री से सवाल कर रही हैं कि गांव में वे ही लोग हैं क्या सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले। उनका ही मकान क्यों तोड़ दिया गया। वे लोग तो पीएम आवास योजना के तहत मकान बनाए हैं। गांव में इसके अलावा और भी तो सरकार जमीन है। कालेज बनाना ही है यही जमीन क्यों दिखी।

 शुरुआत से ही विवाद और मंत्री का जिद आया सामने

छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नांदघाट प्रवास पर जब आए थे तब अंचलवासियों ने उनके सामने नांदघाट में कालेज की मांग रखी थी। तब उन्होंने अंचलवासियों को कालेज खोलने का आश्वासन दिया था। नांदघाट में कालेज की स्थापना के साथ ही गर्वनमेंट कालेज भाटापारा के प्राचार्य को इसके संचालन की जिम्मेदारी सौंपी। एक साल कालेज का संचालन बेहतर तरीके से होते रहा। भाजपा की सरकार बनते ही कालेज पर मंत्री की नजर लग गई। कालेज शिफ्टिंग की तैयारी की और नांदघाट से अमोरा शिफ्ट करने का सरकारी फरमान जारी करा दिया। इस आदेश का महाविद्यालयीन छात्र छात्राओं के साथ ही अंचलवासियों ने जमकर विरोध किया। जनविराेध के आगे सरकार झूकी और अड़ार में ही कालेज भवन की स्वीकृति दे दी।

 मंत्री ने फिर लगाया अड़ंगा

अड़ार में गर्वनमेंट कालेज के लिए भवन सहित अन्य भवनों के निर्माण कार्य की प्रक्रिया पांच महीने पहले प्रारंभ हो गई है। अब एक बार फिर इसमें अड़ंगेबाजी लगाई जा रही है। अड़ार के बजाय इसे कुंरा शिफ्ट करने का सरकारी आदेश जारी हो गया है। बीते दिनो पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार जब प्रभावितों को लेकर बेमेतरा कलेक्टर से मिलने गए थे तब कलेक्टर ने पूर्व मंत्री को बताया कि कुंरा में गर्वनमेंट कालेज भवन के लिए आदेश जारी कर दिया है। शासकीय भूखंड पर भवन निर्माण किया जाना है। इसे लेकर एक बार फिर सवाल उठ खड़ा हुआ है। अंचलवासियों के बीच एक बार फिर मंत्री के इस अड़ंगेबाजी को लेकर चर्चा चल रही है।

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