Bilaspur News: जनजातीय गौरव पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में शामिल हुए मप्र के राज्यपाल मंगूभाई पटेल

Bilaspur News: बिलासपुर। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में जनजाति गौरव विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा कि जनजाति समुदायों का योगदान भारतवर्ष के विकास में,संस्कृति के गौरव में सर्वाधिक है। लेकिन उसका लेखांकन सही ढंग से नहीं हो पाया है। चाहे भगवान बिरसा मुंडा हो,तिलका मांझी हो या वीर नारायण सिंहएवं रानी दुर्गावती हो। उन्होंने कहा कि पर्यावरण हो, चाहे हमारी संस्कृति हो, चाहे हमारे वैदिक सभ्यता हो उसे सुरक्षित करने का काम जनजाति संगठन ने बखूबी किया है। कार्यक्रम की प्रस्तावना बृजेंद्र शुक्ला जी ने रखी।
मध्यप्रदेश के राज्यपाल ने कहा कि जनजातीय गौरव जो मनाया जा रहा है, उसे आज सारा देश देख रहा है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सारे हिंदुस्तान में जनजातीय गौरव को बढ़ाया । इसलिए ऐसे कार्यक्रम का आयोजन सभी जगह हो रहे है। राज्यपाल ने कहा कि 1975 में जो रात इमरजेंसी दाखिल हुई,उसी दिन मैं अहमदाबाद में था, एक संघ के कार्यक्रम मे शामिल होने गया था, अहमदाबाद के खानपुर में जयप्रकाश नारायण जी,अटल बिहारी वाजपेई जी,डॉ भाई महावीर जी का भाषण चल रहा था,हमारे राष्ट्रीय नेता एवं राष्ट्रीय पुरुष कैसे थे जयप्रकाश जी नारायण के भी मन में उनके लिए क्या भाव था ।आज तो हम जानते हैं कितने साल हो गए मगर जिन्होंने नजदीक से देखा कि राष्ट्र पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी जी को उन्हें आज भी याद करते है। मोदी जी के मंत्रिमंडल में मैंने 14 साल काम किया। समाज के लिए,देश के लिए समर्पित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए भी हर समस्या का समाधान किया।
आदिवासियों में सिकलसेल बड़ी समस्या
राज्यपाल ने कहा कि आदिवासियों में सिकल सेल एक बड़ी समस्या है। हमको जांच करना चाहिए और जो राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने जो काम शुरू किया है,इसमें 15000 करोड रुपए का बजट में प्रावधान किया है। उन्होंने इस बीमारी से होने सभी लक्षणों को चर्चा की। यहां छत्तीसगढ़ में भी मैंने देखा कि सरकार इस दिशा मे लगातार काम कर रही है, प्रधानमंत्री ने भी अभियान चलाया है कि एक भी बच्चा इस प्रकार की समस्या वाला पैदा नहीं हो मगर हम इसे समझना पड़ेगा, सब लोग प्रयत्न करेंगे तो हम 2047 में दूर कर सकेंगे। दूसरी बात है, बच्चे का ट्रीटमेंट और सिकल सेल की जाँच होनी चाहिए। जांच करो ट्रीटमेंट करो दवाई दो,अगर प्रस्तुति के बाद 72 घंटे में कोई सिकल सेल वाला तो नहीं है।
जनजाति गौरव दिवस,अपने इतिहास को जानने का अच्छा अवसर
बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा जनजाति गौरव दिवस अपने इतिहास को जानने का अवसर है।प्रधानमंत्री ने जनजाति गौरव को स्थान दिलाने के लिए एवं उनकी गौरव गाथा सभी तक पहुंचाने के लिए कई कार्यक्रम पूरे देश में आयोजित करने का निर्णय लिया हैं। साथ में उन्होंने कहा, जिस देश को जीने का एहसास नहीं उसका कोई इतिहास नहीं। शुक्ला ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जनजाति गौरव को बढ़ाने वाले विषयों को रखने की बात कही जिससे सभी विद्यार्थियों को जनजाति गौरव और जिन्होंने देश की गौरव गाथा को बढ़ाया है। ऐसे बलिदानियों को हम सभी को जानना चाहिए।
इन विभूतियों को मिला गौरव सम्मान –
अटल विश्वविद्यालय ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल सहित 7 आदिवासी समाज की विभूतियों को जनजातीय गौरव सम्मान से विभूषित किया। कुलपति एडीएन वाजपेई ने उन्हें यह सम्मान दिया। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम, मध्यप्रदेश कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल, मधुलिका सिंह, उत्कृष्ट पुलिसिंग, डॉक्टर चंद्रशेखर ऊइके चिकित्सा सेवा, डॉ ज्योति रानी सिंह शिक्षा और इतवारी सिंह राज को क्रीड़ा के क्षेत्र में सम्मानित किया गया।