Bharat Bandh: भारत बंद, छत्तीसगढ़ में बंद का क्या है असर, क्या कुछ चालू और क्या कुछ है बंद…पढ़िये ये खबर

Bharat Bandh: भारत बंद, छत्तीसगढ़ में बंद का क्या है असर, क्या कुछ चालू और क्या कुछ है बंद…पढ़िये ये खबर

Bharat Bandh रायपुर। एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ आज पूर देश में बंद बुलाया गया है। राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में आज बंद का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है। बंद को सफल बनाने के लिए कई संगठन सड़कों पर उतरकर व्यवसायियों से बंद करने की अपील करते दिख रहे है। रायपुर में एसटी-एससी संयुक्त मोर्चा के लोग बंद कराने के लिए सुबह से ही सड़कों में दिखाई दिये। साथ ही दुकानदारों और व्यापारियों से बंद को समर्थन देने की अपील भी कर रहे हैं। बंद के दौरान किसी तरह की अनहोनी ना हो इसके लिए रायपुर पुलिस के जवान बड़ी संख्या में सड़कों पर तैनात हैं।

इधर, बंद को लेकर कुछ संगठनों ने समर्थन दिया तो कुछ ने किनारा कर लिया है। प्राइवेट एसोसिएशन ने बंद का समर्थन नहीं किया है। वहीं, छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ काॅमर्स ने भी बंद के आव्हान से खुद को अलग बताया है।

क्या कुछ चालू रहेगा

छत्तीसगढ़ में बंद के दौरान आवश्यक सेवाएं जैसे मेडिकल दुकान, पेट्रोल पंप, दवाई दुकान, गैस, दूध की सेवाएं चालू रहेगी।

बस्तर में सभी शासकीय कार्यालय, सभी शैक्षणिक संस्था, ऑटो-रिक्शा, निजी वाहन, एंबुलेंस आदि सेवाएं चालू रखा गया है।

बिलासपुर में बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। सरकारी प्राइवेट सभी स्कूल खुले हैं। हालांकि आदिवासी समाज की रैली को लेकर पुलिस बल सड़कों पर जरूर दिखाई दे रही है।

महासमुंद में भी पुलिस बल सड़कों पर तैनात है। दुकाने चालू है और स्कूल व काॅलेज भी चालू है।

दंतेवाड़ा-सुकमा-बीजापुर बंद

दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा में बंद का असर देखने को मिला। यहां पर दुकाने और कई सेवाएं बंद दिखी। बस्तर में जगह-जगह पुलिस बल तैनात दिखा। दुकानें, ट्र्ांसपोर्ट ठप है। हालांकि प्राइवेट स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।

बस्तर में बंद का असर

आरक्षण के मुद्दे पर सर्व आदिवासी समाज के आव्हान पर भारत बंद का बस्तर में व्यापक प्रभाव दिख रहा है। बस्तर चेंबर आफ कामर्स के समर्थन से व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद है। स्कूल कालेज व अन्य आवश्यक सेवाएं चालू है। नगरनार स्टील प्लांट के मुख्य प्रवेश द्वार पर आदिवासी समाज के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। गेट बंद कर दिया गया है। अधिकारी, कर्मचारी प्लांट के पीछे अस्थाई गेट नंबर दो से ड्यूटी पर जा रहे हैं।

धमतरी बंद कराते हुए आदिवासी समाज के लोग..

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने किया किनारा

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने बताया कि एसोसिएशन ने बंद का समर्थन नहीं किया है, लेकिन जिन इलाकों में एसटी/एससी वर्ग का प्रभाव है उन इलाकों में स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया गया है, जबकि शहरी इलाकों में स्कूल आंशिक रूप से खुले रहेंगे। राजीव गुप्ता ने बताया कि बंद के चलते बस और दूर दराज के इलाकों से स्कूल आने वाले छात्रों को परेशानी न हो इसलिए स्कूल को खोलकर रखना है या बंद रखना है इसका निर्णय लेने का अधिकार स्थानीय स्कूल प्रबंधन को दिया गया है।

छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने समर्थन से इंकार

छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने ‘भारत बंद’ के आव्हान को लेकर छत्तीसगढ़िया सर्व समाज महासंघ और सर्व समाज के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। यह बैठक उच्चतम न्यायालय द्वारा जारी आरक्षण वर्गीकरण के आदेश के विरोध में प्रस्तावित ‘भारत बंद’ के समर्थन के लिए चेम्बर का रुख जानने के लिए आयोजित की गई थी।

चेम्बर के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि इस विषय पर चेम्बर के पदाधिकारियों और सर्व समाज के प्रतिनिधियों के बीच गहन चर्चा हुई। हालांकि, चेम्बर से जुड़े राष्ट्रीय संगठनों ने ‘भारत बंद’ के समर्थन में अनभिज्ञता जताई और इसके समर्थन से इंकार कर दिया। चेम्बर के प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि चेम्बर से जुड़े छोटे व्यापारियों, रेहड़ी पटरी वालों और फल-सब्जी, दूध एवं अन्य कच्चे सामान के व्यापार से जुड़े व्यापारिक संगठनों को अचानक बंद की स्थिति में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इसीलिए, बिना पूर्व सूचना और व्यापारिक संघों की बैठक के बिना, ‘भारत बंद’ का समर्थन करना संभव नहीं है।

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