पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश का येलो अलर्ट, हरिद्वार में खतरे के निशान पर बह रही गंगा

पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश का येलो अलर्ट, हरिद्वार में खतरे के निशान पर बह रही गंगा

मानसून सीजन में उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश का असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है। हरिद्वार में गंगा वार्निंग लेवल पर बह रही है। हरिद्वार में गंगा का अलर्ट लेवल 293 मीटर है। वहीं, रविवार को गंगा 293 मीटर के लेवल पर बह रही है। गंगा के इस रौद्र रूप को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। प्रशासन गंगा के जलस्तर पर नजर बनाए हुए है।

सिंचाई विभाग के अधिकारी लगातार गंगा के बढ़ते जलस्तर पर नजर बनाए हुए हैं और पल-पल की खबर से आला अधिकारियों को अवगत करा रहे हैं। हरिद्वार के सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार के मुताबिक, फिलहाल गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल पर बना हुआ है। पहाड़ों पर हो रही बारिश और पशुलोक बैराज से छोड़े गए पानी से गंगा चेतावनी लेवल पर पहुंची है।

पहाड़ी जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट

वहीं, मौसम विभाग ने रविवार को भी प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी और मैदानी क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। देहरादून जिले में आज आसमान में आंशिक रूप से लेकर आमतौर पर बादल छाए रहने के आसार हैं। हल्की से मध्यम वर्षा/गर्जन के साथ बौछार हो सकती है।

दो नेशनल हाईवे समेत 262 सड़कें बंद

प्रदेश में बीते 24 घंटों में हुई भारी बारिश के बाद सड़कों पर मलबा और बोल्डर आने से दो नेशनल हाईवे समेत कुल 262 सड़कें बंद हो गईं। इसमें 21 स्टेट हाईवे, 12 मुख्य जिला मार्ग, 11 अन्य जिला मार्ग, 86 ग्रामीण सड़कें और 130 पीएमजीएसवाई की सड़कें हैं। लोनिवि की ओर से सड़कों को खोलने के काम में 296 जेसीबी मशीनों को लगाया गया है। शनिवार को मात्र 44 सड़कों को खोला जा सका।

चमोली में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग लामबगड़ और चटवापीपल के पास मलबा और बड़े पत्थर आने से 10 से 15 मीटर बह गया। बीआरओ मार्ग ने दिनभर मशक्कत कर किसी तरह मार्ग को फौरी तौर यातायात के लिए खोल दिया है। वहीं रुद्रप्रयाग जिले में ऋषिकेश-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बांसवाड़ा के पास भारी मात्रा में मलबा आने के कारण बंद हो गया। इसे खोलने की कार्रवाई की जा रही है। वहीं टिहरी जिले में ऋषिकेश-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बछेन्द्रीखाल के पास बंद है।

इधर, जानकीचट्टी में यमुनोत्री पैदल मार्ग भनेलीगाड़ के पास मलबा आने के कारण अवरूद्ध है। वहीं कुमाऊं मंडल में 57 सड़कें बंद रहीं। नैनीताल में 19, पिथौरागढ़ में 23, चंपावत में एक, बागेश्वर और अल्मोड़ा में सात-सात सड़कें बंद हैं। कई जगह घर क्षतिग्रस्त हो गए। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला के मल्ला दारमा के ग्राम सोबला में अतिवृष्टि से बैली ब्रिज बह गया है।

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