Political news: सूरजपुर डबल मर्डर केस- सियासी बवाल के बीच वायरल हुआ जिला कांग्रेस कमेटी सूरजपुर का पत्र

Political news: सूरजपुर डबल मर्डर केस- सियासी बवाल के बीच वायरल हुआ जिला कांग्रेस कमेटी सूरजपुर का पत्र

Political news: सरगुजा। सूरजपुर जिला मुख्यालय में हेड कांस्टेबल की पत्नी और बेटी की हत्या के बाद सियासत भी उसी अंदाज में गरमाई थी। डबल मर्डर केस के मुख्य आरोपी कुलदीप साहू के एनएसयूआई से कनेश्कशन को लेकर जब चर्चा छिड़ी तब पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने इस बात का विरोध करते हुए एनएसयूआई से कुलदीप के कनेक्शन से इन्कार किया था। हत्याकांड के मुख्य आरोपी सहित सहयोगियों का जब पुलिस ने खुलासा किया तो कांग्रेस कही मुंह दिखाने लायक नहीं रही। कुलदीप के सहयोगी के रूप में सूरजपुर एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी भी गुहनगार की कतार में खड़ा हुआ था। जैसे ही पुलिस ने इस बात का खुलासा किया सरगुजा अंचल के कांग्रेसी नेताओं के सुर बदल गए। सियासत भी उसी अंदाज में गरमाने लगी है।

खास बात ये कि विपक्षी दल के बजाय कांग्रेस के भीतर ही इस बात को लेकर पहले भीतर ही भीतर और अब खुलकर नाराजगी पनपने लगी है। नाराजगी का आलम ये कि वर्ष 2022 में सूरजपुर जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष भगवती राजवाड़े की पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम को एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष के पद पर चंद्रकांत की नियुक्ति के विरोध में लिखी चिट्टी की चर्चा की एक बार फिर जमकर छिड़ गई है।

NPG के पास पहुंची चिट्टी

सुरजपुर की घटना को लेकर समूचा छत्तीसगढ़ उद्दवेलित है। सियासत भी गरमाई हुई है। जिलाध्यक्ष राजवाड़े की चिट्टी सामने आने के बाद पूरी कांग्रेस कटघरे में खड़ी होती नजर आ रही है। राजवाड़े ने मोहन मरकाम को लिखे पत्र में नियुक्ति का ना केवल विरोध किया था, साथ ही यह भी कहा था कि जिसे जिलाध्यक्ष की कुर्सी सौंपी गई है वह कांग्रेस का प्राथमिक सदस्य भी नहीं है।

नशाखोर और कोयला चोर

जिलाध्यक्ष ने अपने पत्र की शुरुआत कुछ इस अंदाज में की थी। उन्होंने लिखा था कि सूरजपुर जिले के वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की सलाह के अनुसार जिला सूरजपुर में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष की नियुक्ति किये जाने हेतु नाम प्रस्तावित एवं अनुमोदित कर आपसे निवेदन किया था। किन्तु एनएसयूआई के प्रदेशध्यक्ष द्वारा जारी सूची में सूरजपुर जिले से चन्द्रकांत चौधरी को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। जिससे यह प्रतीत होता है कि पार्टी संगठन में स्थानीय, निष्ठावान, वरिष्ठ एवं सर्मपित जनप्रतिनिधियों तथा कार्यकर्ताओं की सलाह का कोई औचित्य नहीं है। चन्द्रकांत चौधरी कांग्रेस पार्टी का सदस्य नहीं है और न ही कभी पार्टी संगठन की गतिविधियों में सक्रिय रहा है। उक्त व्यक्ति एक आपराधिक प्रवृति का क्षेत्र में नशाखोरी मारपीट एवं कोयला चोरी के आरोपों में लिप्त रहने वाला व्यक्ति है। जिसके विरुद्ध थाने में धारा 186, 353, 294, 506, 323, 34, आईपीसी दर्ज है। दर्ज मामला न्यायालय में विचाराधीन है।

जिलाध्यक्ष राजवाड़े ने किया था अगाह

चन्द्रकांत चौधरी की नियुक्ति से कांग्रेस के निष्ठावान सक्रिय कार्यकर्ताओं में काफी निराशा है तथा वे स्वयं को उपेक्षित एवं अपमानित महसूस कर रहें हैं। इस प्रकार की नियुक्ति से कांग्रेस पार्टी की छवि न केवल खराब होगी बल्कि निष्ठावान कांग्रेसी कार्यकर्ता स्वयं को उपेक्षित पाकर पार्टी से दूर हो जायेंगे जिससे पार्टी कमजोर होगी। उक्त नियुक्ति को निरस्त कर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रस्तावित एवं अनुमोदित कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जाए।

इनको भेजी भी प्रतिलिप

. सोनिया गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, भा.रा.कां. नई दिल्ली।

. राहुल गांधी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भा.रा.कां. नई दिल्ली।

. पी.एल. पूनिया, प्रभारी छ.ग. प्रदेश कांग्रेस, नई दिल्ली।

. डॉ चंदन यादव, सह प्रभारी छ.ग. प्रदेश कांग्रेस, नई दिल्ली।

. सप्तगिरी शंकर उल्का, सह प्रभारी छ.ग. प्रदेश कांग्रेस, नई दिल्ली।

नीरज कुन्दन, राष्ट्रीय अध्यक्ष एन एस यूआई, नई दिल्ली

 

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