आग की घटनाओं पर दो मई को मसूरी में होगी उच्च स्तरीय बैठक, केंद्र सख्त
उत्तराखंड के जंगलों में हर साल लगने वाली आग को लेकर इस बार केंद्र सरकार भी सतर्क है। बीते कुछ वर्षों के अनुभवों को देखते हुए केंद्र ने राज्यों के लिए गाइड लाइन जारी की हैं। दो मई को भारत के महानिदेशक वन व विशेष सचिव चंद्र प्रकाश गोयल खुद उत्तराखंड पहुंचकर इसकी समीक्षा करेंगे।
डीजी सीपी गाेयल एक मई हो देहरादून पहुंचेंगे। इसके बाद वह दो मई को मसूरी में उत्तराखंड शासन, वन और अन्य केंद्रीय संस्थाओं के अधिकारियों की बैठक लेंगे। इस संबंध में आधिकारिक रूप से जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन शासन के सूत्रों के अनुसार मसूरी में होने वाली यह अहम बैठक उत्तराखंड के वन एवं पर्यावरण से संबंधित मुद्दों के लिए खास है।
बताया जा रहा है कि बैठक में वनाग्नि के अलावा प्रदेश के विकास में वन कानूनों की वजह से पैदा होने वाली अड़चनों, खनन से जुड़े मामलों पर चर्चा हो सकती है। बैठक में मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव वन, प्रमुख वन संरक्षक, महानिदेशक आईसीआरएफई, निदेशक आईजीएनएफए, निदेशक एफआरआई, डब्ल्यूआईआई, डीजी एफएसआई, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन आदि प्रमुख रूप से बैठक में शामिल रहेंगे।