IPS Niketan Kadam Biography: जानिए कौन है नागपुर हिंसा में घायल होने वाले आईपीएस निकेतन कदम

IPS Niketan Kadam Biography: जानिए कौन है नागपुर हिंसा में घायल होने वाले आईपीएस निकेतन कदम

IPS Niketan Kadam Biography: आईपीएस निकेतन कदम महाराष्ट्र कैडर के 2019 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। मूलतः महाराष्ट्र के नासिक जिले के रहने वाले हैं। उनके पिता किसान हैं। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद तीसरे अटेम्प्ट में यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस बने हैं। वर्तमान में नागपुर जोन –5 के डीसीपी के पद पर पदस्थ हैं। औरंगजेब मकबरा विवाद में नागपुर में हुए हिंसा को काबू करने के दौरान घायल होने के बाद डीसीपी निकेतन कदम की देशभर में चर्चा होने लगी है। आईए जानते हैं उनके बारे में…

जन्म और शिक्षा

निकेतन कदम का पूरा नाम निकेतन बंशीलाल कदम हैं। वे महाराष्ट्र के नासिक जिले के रहने वाले हैं। निकेतन कदम एक गरीब किसान के बेटे हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव के ही जिला परिषद के स्कूल में मराठी माध्यम से हुई। फिर उन्होंने कंप्यूटर साइंस ब्रांच से पॉलिटेक्निक डिप्लोमा किया। डिप्लोमा करने के बाद कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। बीटेक करने के बाद आईटी कंपनी में अच्छे पैकेज पर 2 साल तक जॉब किया। अच्छी सैलरी होने के चलते उनकी आर्थिक स्थिति तो सुधर रही थी पर उन्हें काम में संतुष्टि नहीं मिल रही थी। उनका मन सॉफ्टवेयर इंजीनियर के जॉब में नहीं लग रहा था। वह युवाओं के लिए कुछ करना चाहते थे इसके लिए वह यूपीएससी क्रैक करना चाहते थे। उन्होंने जॉब छोड़ी और अपनी 2 साल की सेविंग लेकर मुंबई से दिल्ली पहुंच गए। शुरू के दो अटेम्प्ट में उनका चयन नहीं हो पाया। यूपीएससी 2018 में उन्होंने अपना तीसरा प्रयास किया। उनका वैकल्पिक विषय एंथ्रोपोलॉजी था। तीसरे प्रयास में 501 वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक कर ली। निकेतन को भले ही तीसरे प्रयास में सफलता मिली, पर उन्होंने तीनों ही बार प्रारंभिक परीक्षा क्वालीफाई किया। तीनों ही अटेम्प्ट में निकेतन को 120 से अधिक अंक मिले।

गरीब किसान के घर जन्मे निकेतन की पढ़ाई भी बेहद विषम पस्थितियों में हुई थी। पूरा कॉलेज उन्होंने दो जोड़ी कपड़ों में ही पूरा किया। निकेतन को अंग्रेजी भी नहीं आती थी। उनके सहपाठी उनके अंग्रेजी नहीं जानने और उसी कपड़ों में कॉलेज आने पर मजाक उड़ाया करते थे। निकेतन ने इसे एक चुनौती के रूप में लिया और मेहनत कर खुद को इससे बाहर निकाला।

यूपीएससी की तैयारी के लिए निकेतन ने नए अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा की तैयारी अलग-अलग नहीं करनी चाहिए। प्रारंभिक परीक्षा में मुख्य परीक्षा का अंग है। दोनों की तैयारी एक साथ करनी चाहिए। परीक्षा से कम से कम 1 साल पहले तैयारी शुरू करनी चाहिए। परीक्षा की तैयारी एकदम बेसिक से करनी चाहिए। तैयारी के समय यह नहीं समझना चाहिए कि हमें यह आता है वह आता है। शून्य से शुरुआत कर तैयारी करनी चाहिए। एनसीईआरटी की साइंसऔर ह्यूमैनिटी की पुस्तक अनिवार्य रूप से पढ़नी चाहिए।

प्रोफेशनल करियर

आईपीएस निकेतन बी कदम की पहली पोस्टिंग लातूर जिले के चकौर पुलिस स्टेशन में हुई थी। वर्तमान में नागपुर जोन क्रमांक पांच के डीसीपी हैं। नागपुर में औरंगजेब की कब्र हटाने के लिए प्रदर्शन चल रहा था। इस दौरान प्रतीकात्मक घास फूस की औरंगजेब की कब्र बना कर चलाई गई थी। अफवाह फैल गई कि कब्र में जो कपड़ा था उसमें धार्मिक चिन्ह और धार्मिक वाक्य थे। जिसके चलते नागपुर में हिंसा फैल गई। कई स्थानों पर हिंसा और तोड़फोड़ हुई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कर्फ्यू लगाना पड़ा। हिंसा को काबू करने के लिए निकेतन कदम की भी अपनी टीम के साथ ड्यूटी लगी थी। तभी उन्होंने गली के एक मकान में संदिग्ध गतिविधियां देखी। जब वे जांच के लिए आगे बढ़े तो 100 से अधिक लोग हाथों में तलवार, हाकी,कुल्हाड़ी पेट्रोल लेकर आ धमके। उनके द्वारा किसी भी किस्म की वारदात को रोकने के लिए निकेतन कदम उन्हें पीछे धकेलने लगे। उनके दबाव के चलते भीड़ तो पीछे हटी पर अचानक से उनमें से एक ने आगे बढ़कर निकेतन कदम के हाथ में कुल्हाड़ी से वार कर दिया। जिससे उनके हाथ में गहरा घाव हो गया। हालांकि उन्होंने भीड़ को पीछे धकेलते हुए बहादुरी दिखाते हुए अपनी टीम के किसी सदस्य को घायल होने नहीं दिया।

इस वारदात की सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिली है। जिसमें कई उपद्रवी तत्व हाथ में हथियार लहराते नजर आए, जिनकी गिरफ्तारी की जा रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने वीडियो कॉल से आईपीएस निकेतन कदम से बात कर उनका हाल जाना है और उनके बहादुरी की प्रशंसा की है।

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