CG Vidhansabha Budget Session 2025: 324 करोड़ के मुआवजा घोटाले में सदन गरम, चरणदास महंत ने कहा CBI जांच नहीं तो हाई कोर्ट जाउंगा, विपक्ष ने किया सदन से बहिर्गमन

CG Vidhansabha Budget Session 2025: रायपुर। भारत माला परियोजना के तहत रायपुर से विशाखापटनम तक बन रहे इकानामिक कारीडोर के लिए भू अर्जन में की गई करोड़ों की गड़बड़ी का मामला नेता प्रतिपक्ष डा चरणदास महंत ने उठाया। डा महंत ने कहा कि राजस्व अफसरों ने 13 मूल खातेदारों के खसरों को 54 टुकड़ाें में बांटा दिया। रायपुर जिले के अभनपुर तहसील के चार गांव का मुआवजा प्रकरण में 43 करोड़ 19 लाख का आर्थिक नुकसान केंद्र सरकार को कराया गया है। बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार की जांच का मुद्दा उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भारत माला परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ में बन रहे सड़कों के लिए भू अर्जन में अफसरों ने 350 करोड़ से अधिक का घोटाला किया है। उन्होंने सवाल उछाला कि बड़े पैमाने में किए गए घोटाले की जांच सीबीआई से कराने में सरकार को क्यों आपत्ति हो रही है। राजस्व मंत्री से डा महंत ने कहा कि दोषी अफसरों के खिलाफ एफआईआर कराएं और जेल में डालें।
प्रश्नकाल के दौरान पहला सवाल नेता प्रतिपक्ष डा चरण दास महंत ने किया। बेहद सधे अंदाज में उन्होंने अपनी बात रखी। भारत माला परियोजना के तहत सड़क निर्माण में अफसरों द्वारा भू अर्जन में करोड़ों रूपये के वारा-न्यारा का मुद्दा उठाया। भारत माला परियोजना के तहत प्रदेश के जिन इलाकों में सड़कें बन रही है उसमें भू अर्जन के नाम पर अधिकारियों ने 350 करोड़ से ज्यादा अतिरिक्त भुगतान किया है। मुझे पता है कि राज्य सरकार ने दो अफसरों को सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई काफी नहीं है।
0 राजस्व मंत्री ने भू अर्जन में गड़बड़ी की बात को किया स्वीकार
राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने भारत माला परियोजना के तहत भू अर्जन की प्रक्रिया में गड़बड़ी की बात को स्वीकार किया। राजस्व मंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा घोषित राष्ट्रीय राजमार्ग में भूअर्जन में गड़बड़ी की गई है। रायपुर विशाखापटनम इकानामिक सड़क निर्माण में गड़बड़ी को लेकर कृष्णकुमार साहू व हेमंत देवांगन ने शिकायत की थी। मंत्री साहू ने कहा कि इस परियोजना में दो तीन तरह की गड़बड़ी हुई है। अधिसूचना जारी करने के बाद जमीनों को टुकडों में बांट दिया गया गया,ट्रस्ट की जमीन का मुआवजा ट्रस्ट के बजाय निजी व्यक्ति को दिया गया है। इस मामले में अब भी लगातार शिकायतें मिल रही है। डिप्टी कलेक्टर, पटवारी, तहसीलदार व अपर कलेक्टर को निलंबित किया गया है। जांच चल रही है और कार्रवाई भी हो रही है। मंत्री टंकराम साहू ने बताया कि भू अर्जन में गड़बड़ी की शिकायत मिलने के बाद राज्य शासन ने इस पर प्रभावी ढंग से रोकने लगाने के लिएअधिनियम पारित किया है।
0 नेता प्रतिपक्ष ने कहा, दोषी अफसरों को जेल में डालें
मंत्री के जवाब के बाद नेता प्रतिपक्ष डा महंत ने कहा कि आपने भू अर्जन में गड़बड़ी की बात स्वीकार किया इसके लिए आपको धन्यवाद। दोषी अफसरों के खिलाफ एफआईआर कराएं और जेल में डालें। सीबीआई से जांच कराने की दोबारा मांग की। नेता प्रतिपक्ष के सीबीआई जांच की मांग के जवाब में मंत्री ने कहा कि जैसी जैसी शिकायतें मिल रही है कार्रवाई कर रहे हैं। दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। जांच भी उसी अंदाज में करेंगे।
0 जाल कहें या फिर मायाजाल
राजस्व मंत्री के जवाब से नाखुश नेता प्रतिपक्ष डा महंत ने पूछा कि अफसरों के खिलाफ एफआईआर कराने में क्यों दिक्कतें आ रही है। जाल ऐसा है कि मायाजाल कहिए या फिर अधिकारियों का जाल कहिए। ,इसे काटकर अफसर फिर आ जाते हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाते हैं। हम सचेत नहीं हुए तो लोकतंत्र में इसका अच्छा संदेश नहीं जाएगा। जांच कराने में क्या दिक्कत है।
0 कमिश्नर से जांच कराने सदन को किया आश्वस्त
नेता प्रतिपक्ष के सीबीआई जांच की मांग को खारिज करते हुए राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि पूरे मामले की कमिश्नर से जांच कराएंगे। सदन को आश्वस्त किया कि जांच रिपोर्ट में जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। हर हाल में कार्रवाई करेंगे। मंत्री के जवाब के बाद नेता प्रतिपक्ष ने सीबीआई जांच की मांग दोहराई,इस पर विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह ने कहा कि मंत्री ने कमिश्नर से जांच कराने की बात कही है और कार्रवाई को लेकर सदन को आश्वस्त कराया है। जांच होने दीजिए और रिपोर्ट आने दीजिए।
इस पर डा महंत ने स्पीकर से कहा कि विधायकों का दल बना दें समिति से जांच करा लें, ये तो आप कर सकते हैं।