CG School Blast: सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल में धमाका: दो छात्र और दो छात्रा पुलिस हिरासत में, बाल न्यायालय में पेश करने की तैयारी…
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CG School Blast: बिलासपुर। बिलासपुर के सिविल लाईन थाना क्षेत्र स्थित सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल में हुए धमाके में छात्रा के गंभीर रूप से घायल होने के मामले में पुलिस ने जांच के बाद दोषी दो छात्र और दो छात्राओं को हिरासत में लिया है। इस मामले में स्कूल के प्राचार्य ने पुलिस के समक्ष रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू की। जांच में प्रमाण मिलने के बाद आठवीं कक्षा के दो छात्र और दो छात्राओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। प्रारंभिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार स्कूल की किसी शिक्षिका को टारगेट बनाने के लिए पटना से ऑनलाइन विस्फोटक पदार्थ मंगवा कर बाथरूम में लगाया गया था। पर इसकी चपेट में चौथी कक्षा की छात्रा आ गई। पुलिस हिरासत में लिए गए छात्र-छात्राओं को बाल न्यायालय में पेश करने की तैयारी में है। मामला सिविल लाईन थाना क्षेत्र का है।
शुक्रवार को सिविल लाईन थाना क्षेत्र के मंगला चौक से मंगल रोड की तरफ जाने वाले सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल में सुबह सवा दस बजे बाथरूम में धमाका हुआ था। स्कूल में परीक्षा चल रही थी। इस दौरान चौथी कक्षा में पढ़ने वाली दस वर्षीया छात्रा स्तुति मिश्रा बाथरूम गई थी। बाथरूम में हुए विस्फोट में छात्रा बुरी तरह घायल हो गई। उसे तत्काल बर्न केयर हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। वही विस्फोट के दूसरे दिन कल शनिवार को अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा खड़ा कर दिया। अभिभावकों की मांग थी कि मामले में दोषियों को सामने लाया जाए और कड़ी कार्यवाही की जाए। अभिभावकों के अनुसार पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं स्कूल में हुई है पर कड़ी कार्यवाही नहीं होने के चलते इस तरह की घटना बंद नहीं हुई। परिजनों का आरोप है कि इस घटना के पीछे किसी बड़े स्तर की लापरवाही हो सकती है। घटना की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत अभिभावकों ने बताई थी। घटना में दोषी विद्यार्थियों को स्कूल से निष्कासित किए जाने की मांग भी की गई थी।
पूर्व में भी यहां विस्फोट जैसी घटनाएं हो चुकी है पर स्कूल प्रबंधन ने सख्त कार्रवाई की बजाय मामले को टाल दिय हादसे के बाद सिविल लाईन पुलिस सीएसपी निमितेश सिंह और टीआई एसआर साहू के नेतृत्व में डॉग स्क्वाड एवं फॉरेंसिक की टीम लेकर स्कूल पहुंची थी और जांच शुरू की थी। इसके अलावा कलेक्टर अवनीश शरण ने मामले में शिक्षा विभाग की टीम को भी स्कूल में भेज कर जांच करने के निर्देश दिए थे। कलेक्टर अवनीश शरण ने प्रभारी डीईओ को निर्देशित कर शहर के चार अलग-अलग स्कूलों के प्राचार्यों की जांच कमेटी भी बनवाई है और जल्द से जल्द जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
प्रारंभिक तौर पर आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के द्वारा ऑनलाइन सोडियम मंगा स्कूल के महिला बाथरूम में रखने की जानकारी मिली। बाथरूम का फ्लश जैसे ही छात्रा ने ऑन किया वैसे ही पानी के संपर्क में आकर सोडियम में विस्फोट हो गया और छात्रा घायल हो गई। मिली जानकारी के अनुसार छात्रा के नाजुक अंगों को भी विस्फोट में चोट आई और इससे उसकी जान पर भी बन आ सकती थी। पुलिस और फोरेंसिक टीम को घटनास्थल के निरीक्षण में सिल्वर पैकिंग का एक चिथडा भी मिला था। जिससे स्पष्ट हो गया था कि बाहर से मंगवा कर विस्फोटक बाथरूम में रखा गया था।
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला की चौथी क्लास की घायल छात्रा स्तुति मिश्रा से पहले बाथरूम में आठवीं कक्षा की छात्रा गई थी। घायल छात्रा ने रोते हुए उस छात्रा की तरफ इशारा भी किया था। स्कूल प्रबंधन और पुलिस ने जब उक्त संदेही छात्रा से पूछताछ की तब उसने अपने आठवीं कक्षा की एक अन्य छात्रा और दो छात्रों के साथ मिलकर पटना से ऑनलाइन विस्फोटक मंगवा धमाका करना स्वीकार कर लिया। दोषी विद्यार्थियों के अनुसार वे केवल शरारत के तौर पर ऐसा कर रहे थे। हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्कूल की एक शिक्षिका को टारगेट बनाने के लिए चारों विद्यार्थियों ने ऐसा किया था।
घटना इतनी गंभीर थी कि इसमें किसी की जान भी जा सकती थी। परिजनों के स्कूल में हंगामे और बढ़ते दबाव के चलते स्कूल के प्राचार्य ने सिविल लाईन थाने में अज्ञात दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। पुलिस ने मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 124 ए ( ज्वलनशील पदार्थ का उपयोग कर किसी को आहत करना) के तहत अपराध दर्ज किया था। अपराध दर्ज होने और दोषी विद्यार्थियों की शिनाख्त के बाद पुलिस ने जेजे एक्ट के तहत आठवीं कक्षा की दो छात्रा और दो छात्रों को हिरासत में लिया है। सभी को अभिरक्षा हेतु बाल न्यायालय में पुलिस प्रस्तुत करने वाली है।