Bilaspur News: लोफंदी में जहरीली शराब से 9 की मौत, पीड़ित परिवार को मुआवजा देने जांच समिति ने की मांग, नहीं तो पदयात्रा का किया ऐलान

Bilaspur News: लोफंदी में जहरीली शराब से 9 की मौत, पीड़ित परिवार को मुआवजा देने जांच समिति ने की मांग, नहीं तो पदयात्रा का किया ऐलान

Bilaspur News: बिलासपुर। लोफंदी में चुनावी व जहरीली शराब का मामला तूल पकड़ने लगा है। अब तक 9 ग्रामीणों की मौत हो गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मामले की जांच के लिए मस्तूरी के विधायक दिलीप लहरिया की अगुवाई में जांच दल का गठन किया है। जांच दल ने सोमवार को दूसरी मर्तबे लोफंदी का दौरा किया। गांव में मौत सा सन्नाटा पसरा हुआ है। प्रभावित परिवार की हालत खराब है। जांच दल ने राज्य सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। मुआवजा ना मिलने पर जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले पदयात्रा का ऐलान कर दिया है।

कांग्रेस की जांच दल सोमवार को जब लोफंदी पहुंचा तो वहां सन्नाटा पसरा हुआ था। पीड़ित परिवार की हालत बेहद खराब है। घरों में चूल्हा भी नहीं जल रहा है। परेशानी के बीच तंगहाली सबसे बड़ा कारण बन रहा है। जांच कमेटी के संयोजक विधायक दिलीप लहरिया, अटल श्रीवास्तव, विधायक कोटा, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्अयक्ष विजय केशरवानी, पूर्व विधायक रश्मि सिंह, पूर्व विधायक सियाराम कौशिक और कांग्रेस नेता राजेन्द्र साहू ने पीड़ित परिवार से दूसरी मर्तबे मुलाकात की व अपनी संवेदना व्यक्त की।

गांव में पहुंचने वाले जहरीली शराब व आपूर्ति को लेकर जांच दल के सदस्यों ने पीड़ित परिवार के अलावा ग्रामीणों से बात की। जांच दल के सदस्यों का कहना है कि जांच के लिए तय किए गए एक-एक बिंदुओं पर पड़ताल की जा रही है। जल्द ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। जांच दल में शामिल कांग्रेसजनों ने कहा कि पीड़ित परिवार की आर्थिक बदहाली और परिवार के कमाऊ सदस्यों की मौत से परिवार की हालत बेहद खराब हो रही है।आर्थिक रूप से स्थिति और भी बदतर होती जा रही है। राज्य सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा की मांग की है। मुआवजा ना मिलने की स्थिति में कांग्रेस पदयात्रा करेगी।

0 कमेटी इन बिंदुओं पर कर रही जांच

. जहरीली शराब पीने से अब तक कितने ग्रामीणों की मौत हुई हैं? और कितने ग्रामीणों का ईलाज चल रहा हैं? अस्पताल में भर्ती ग्रामीणों की स्थिति कैसी हैं?

. जहरीली शराब पीने से पहली मौत किसकी और कब हुई? पुलिस ने मर्ग कायम कर मौत की वजह क्या लिखा? पहले जिन दो ग्रामीणों की मौत हुई उनका पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाया था या नहीं?

3. कितने मृतकों का अंतिम संस्कार पोस्टमार्टम कराये बगैर कर दिया गया? पुलिस को खबर कैसे नहीं लगी? मर्ग कायमी हुई थी या नहीं? क्या जहरीली शराब से हो रही मौतों को राज्य सरकार के दबाव में पुलिस जानबूझकर दबा रही थी?

. जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद क्या कदम उठाए गए? क्या कार्रवाई की गई?

. ग्राम लोफंदी और आसपास में लंबे समय से हो रही अवैध शराब बिक्री पर पुलिस और आबकारी विभाग ने पूर्व में कब-कब कार्रवाई की।

. क्या पुलिस और आबकारी विभाग के शह पर अवैध शराब बिक्री का धंधा चल रहा था?

. घटना के बाद अवैध शराब उत्पादन और बिक्री से जुड़े कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया है?

. क्या पुलिस द्वारा जब्त की गई डेड बॉडी का पोस्टमार्टम विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा कराया गया है? क्या पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी करवाई गई हैं? जिला प्रशासन इतने संगीन मामले को रफा-दफा करने की फिराक में केवल औपचारिकता निभाने के लिए तो पोस्टमार्टम नहीं करा रही हैं?

. मामलें को दबाने वालों के खिलाफ क्या सरकार कोई एक्शन लेने पर विचार कर रही हैं?

. मृतकों के परिजनों की आर्थिक स्थिति कैसी हैं? क्या जिला प्रशासन द्वारा उन्हें अभी तक कोई मुआवजा दिया गया है या देने की घोषणा की गई हैं?

. मीडिया में घटना की वजह को लेकर कई तरह की कहानियां घुम रही हैं; क्या जिला प्रशासन जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए पर्दे के पीछे से अलग – अलग स्टोरी प्लांट कर रही हैं?

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