Raipur Swadeshi Mela: नववर्ष का जश्न माना स्वदेशी मेला में सिपहसालारों ने छेड़ा मधुर राग, स्वदेशी मेला का कल होगा समापन…

Raipur Swadeshi Mela: नववर्ष का जश्न माना स्वदेशी मेला में सिपहसालारों ने छेड़ा मधुर राग, स्वदेशी मेला का कल होगा समापन…

Raipur Swadeshi Mela: रायपुर। न्याय, अनुसाशन और सख्त मिज़ाजी के लिए पहचाने जाने वाले प्रदेश के सिपहसालारों ने संगीत की वो मधुर ताने छेड़ी की लोग देखते रह गए । शहर के साइंस कॉलेज मैदान में विगत दिनों से जारी स्वदेशी मेला में भीतर छिपी प्रतिभा को निखारने के साथ, स्वाद, मनोरंजन और उत्पादों प्रदर्शित किया जा रहा है । मेले का समापन शुक्रवार को होगा ।

छत्तीसगढ़ राज्य सहित कई राज्यों के देसी स्थानीय स्तर पर तैयार किए जाने वाले रोजमर्रा के सामानों को प्लेटफार्म स्वदेशी मेला के माध्यम से दिया जा रहा है । मेले में दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर और मोतीलाल साहू विधायक रायपुर ग्रामीण विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए ।मेले में लोगों की प्रतिभा को निखारने तथा लोक कलाओं को उभारने, संरक्षण भी दिया जा रहा है ।

इसी क्रम में बुधवार शाम को रायपुर पुलिस संगीत ग्रुप द्वारा अनूठा कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया । इसमें पुलिस विभाग के कई अधिकारियों और पुलिसकर्मियों करुण सरोज, अतुल मिश्रा, संजय देवस्थले , जावेद अंसारी , धीरज मरकाम , रेणुका सुब्बा, जयंत पॉल , वीरेंद्र राई, शेखर राजपूत , भावना तिवारी , जितेंद्र सारथी , कमल देवांगन, भेनू लोधी , शशि चौहान , रामलाल सिंहा और श्रीनिवास शामिल थे । इन्होंने फिल्मी गीतों सहित लोकगीतों की शानदार प्रस्तुतियाँ दीं । जिसमें मेहंदी प्रतियोगिता दो वर्गों में आयोजित हुई। जिसमें 70 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया । 17 तक के ग्रुप ए में प्रथम सिद्धि वर्मा , द्वितीय वर्ष विश्वकर्मा , व तृतीय नमन ओझा तथा इससे अधिक आयु के ग्रुप बी में प्रथम नरेंद्र परमार , द्वितीय उमा बाग व तृतीय ज्योति सोनी रहीं।

इसमें कलाकारों ने भरवा स्टाइल से सुंदर आकृतियों को हथेली और कलाइयों पर मेहंदी रचाई । राजमहल, स्वदेशी मेला प्रांगण , प्रकृति चित्रण जैसे विषयों को समाहित करते हुए सीमित स्थान में बारीक कलाकारी की गई । इस प्रतियोगिता के जज मौसमी जोश , नम्रता अग्रवाल व प्रपजीत कौर थीं । प्रतियोगिता की प्रभारी नीलम वर्मा, लक्ष्मी यादव ,नंदिनी ठाकुर,अर्चना वोरा , सीमा काँटकार , कल्पना चाकी , रेहाना ख़ान , अनीता दुबे, अरुणा यादव और गौरी अवधिया थीं । दोपहर में हुए दैनिक व्याख्यानमाला में अक्षय अलंकारी आर एस एस ने बतौर वक्ता पर्यावरण के संरक्षण पर प्रकाश डाला । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अमिताभ और डॉ. अनिल द्विवेदी थे।

संध्याकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में केरल की हरीतिमा, विविधता और सांस्कृतिक विरासत की शानदार झलक दिखाई दी। केरल नायर समाज के लोगो ने मलयालम भाषा और ख़ास पहनावे से सजे कलाकारो ने मनभावन नृत्य और संगीत की प्रस्तुति दी। इसके प्रभारी गोपा कुमार थे ।इसके साथ ही छत्तीसगढ़ी के रीति रिवाजो से रचे बसे लोक नृत्य सुआ, कर्मा और संगीत की धुनों पर थिरकते कलाकारों ने समा बाँध दिया ।जिसमे प्रथम , द्वितीय व तृतीय स्थान को प्राप्त हुआ । केरला के साध्या, पुट्टू, कडाला, कल्लप्पम आदि लज़ीज़ पकवानों का स्वाद लोगों को खूब पसंद आया ।

कार्यक्रम में मेला प्रबंधक सुब्रत चाकी, संयोजक प्रवीण मैशेरी, सह संयोजक द्वय अमरजीत सिंह छबड़ा व मनीषा सिंह, महिला कार्य सह प्रमुख इला गुप्ता, शताब्दी पांडे, जगदीश पटेल , शीला शर्मा , दिग्विजय भाकरे , प्रवीण देवड़ा , विनय शर्मा , इंदिरा जैन, सुनीता चंसोरिया, तृप्ति चौहान, डॉ.मंजुला जैन सहित कार्यकर्ता विशेष रूप से मौजूद रहे ।

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